महोबा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर बुंदेलखंड पहुंचे। इस दौरान महोबा में उन्होंने किसानों का दर्द साझा करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर खूब हमला बोला।
सूपा खेल मैदान से लाड़पुर तक आठ किमी पद यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने सूपा में चौपाल लगाई। राहुल ने कहा कि बुंदेलखंड का किसान कराह रहा है, मोदी और मुलायम आकर इनका दर्द देखें।
वह हमेशा किसानों के साथ हैं, उनकी सरकार ने 72 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया था और हजारों करोड़ का पैके्ज बुंदेलखण्ड को दिया था लेकिन उसमें बंदरबांद हो गया। बुंदेलखंड के किसानों का मुद्दा वह संसद में उठाएंगे और उनका हक दिलाएंगे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि मोदी भी किसानों की रोटी खाते हैं, वोट के लिए तो सभी आते हैं अब आकर किसानों का हालत देखें। चुनाव में मोदी ने हर परिवार के खाते में 15 लाख रुपए डालने का वादा किया था, वह वायदा पूरा करें।
राहुल ने कहा नया खाद्य अधिनियम, भामि अधिग्रहण अधिनियम, मिड डे मील, मनरेगा सब कुछ हमने लागू किया ये लोग (मोदी-मुलायम) बस इनको सही से लागू कर लें तो सबका भला हो जाएगा। कांग्रेस के युवराज ने कहा कि मोदी को गरीबों की चिंता नहीं है वह पूंजीपतियों की झोली भर रहे हैं।
चौपाल के बाद राहुल ने पद यात्रा शुरू की तो हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ उनके साथ चल पड़ी। रास्ते में राहुल किसानों का दुखःदर्द बांटते चल रहे थे। कई जगह रुक कर लोगों के हाल लिए।
पदयात्रा के दौरान महोबा में राहुल गांधी अचानक मजदूर देशराज कुशवाहा के घर पहुंच गए। देशराज की गैरमौजूदगी में उनकी पत्नी कम्मोद कुमारी और बच्चों ने कांग्रेस के युवराज का स्वागत किया।
युवराज के अपने बीच देख वे भौचक थे, जो बन पड़ा रूखा-सूखा खिलाकर उऩका स्वागत किया। राहुल ने करीब 40 मिनट कम्मेद कुमारी के आंगन में बिताए। राहुल ने परिवार का हालचाल पूछा और कुछ खिलाने को कहा, कम्मोद ने उनको बुंदेलखण्ड के हालात बताए।
लाड़पुर में पदयात्रा समाप्त होने से पहले राहुल गांव में यात्रा पहुंचते ही एक घर में घुस गए। परिवार के लोग यात्रा देखने के लिए बाहर ही खड़े थे। राहुल ने दरवाजे पर खड़ी घर की मालकिन कम्मोद कुमारी से पूछा आपका घर है, उन्होंने सिर हिलाया तो राहुल ने अंदर ले चलने को कहा।
वह राहुल को लेकर अंदर गईं और आंगन में चारपाई डाल कर बिठा दिया, राहुल के साथ कुछ स्थानीय नेता भी थे। कम्मोद देवी से राहुल ने परिवार के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया पति दिल्ली में मजदूरी करते हैं और इस वक्त वहीं हैं। उन्होंने अपने बेटा-बेटी, देवर, देवरानी और उनके बच्चों से राहुल को मिलवाया।
राहुल ने चाय पिलाने को कहा तो तुरंत चूल्हे पर चाय चढ़ा दी। इस बीच राहुल ने उनके गांव, महोबा और बुंदेलखण्ड के हालात के बारे में पूछा, इस पर पूरे परिवार ने बताया कि हालात बहुत खराब हैं। खेती बोई नहीं जा सकी, किसी के पास काम नहीं है, भूखो मरने की नौबत है। राहुल ने कहा दिल्ली जाकर वह बात करेंगे, सूखा राहत की चेक जल्दी मिलेंगी और काम भी मिलेगा।
चाय के साथ घर में रखा थोड़ा नमकीन राहुल के सामने रखा गया, चाय पीते-पीते राहुल ने खाना खाने की इच्छा जताई। तुरंत आलू और गोभी कटने लगी। चूल्हे पर सब्जी चढ़वाई गई, राहुल बड़े गौर से खाना बनता देखते रहे और इस बीच स्थानीय नेताओं से बुंदेलखण्ड के हालातों, स्थानीय राजनीति और कांग्रेस की स्थिति के बारे में चर्चा करते रहे।
चील्हे में सब्जी पकी, फिर रोटी पकी। राहुल ने चारपाई में ही बैठ कर सब्जी-रोटी खाई और खाने की खूब तारीफ की। राहुल ने परिवार को दिलाशा दिलाई की हालात जरूर बदलेंगे, थोड़ा समय लग सकता है। उन्होंने कहा वह और उनकी पार्टी बुंदेलखण्ड के लोगों के साथ हैं, उनके लिए यहां से दिल्ली तक संघर्ष करेंगे। राहुल देशराज के घर से निकले तो पदयात्रा आगे बढ़ी और मैदान में पहुंच कर सभा में बदल गई।पदयात्रा के अंतिम पड़ाव में सैकडों लोगों की सभा को संबोधित किया।