नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही जुबानी जंग शुक्रवार को भी जारी रही। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि एक जीएसटी दर को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का विचार बड़ा मूर्खतापूर्ण विचार है।
जेटली ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी ने 18 फीसदी की एक दर वाले जीएसटी का सुझाव दिया है। यह 18 फीसदी की सीमा के सुझाव से अलग है। यह बड़ा मूर्खतापूर्ण विचार है। क्या एक हवाई चप्पल और एक बीएमडब्ल्यू कार पर एक कर की समान दर को लगाया जा सकता है?
उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना पर प्रतिक्रिया दी।
कर दर की सीमा 18 फीसदी करने के लिए हो रही बहस को मोदी ने बड़ा मूर्खतापूर्ण विचार कहा था, जिसपर चिदंबरम ने गुरुवार को कहा था कि अगर यह विचार मूर्खतापूर्ण है तो क्या मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रह्मण्यम और कई अन्य अर्थशास्त्री मूर्ख हैं?
चिदंबरम ने ट्वीट किया था कि अगर कर की दर सीमा 18 फीसदी करने की बात करना मूर्खतापूर्ण विचार है तो सीईए अरविंद सुब्रह्मण्यम और कई अन्य अर्थशास्त्री भी मूर्ख हैं? क्या प्रधानमंत्री यही कहना चाह रहे हैं?
चिदंबरम ने प्रधानमंत्री की गुजरात के मोरबी रैली में दिए गए भाषण का हवाला दिया, जहां मोदी ने कहा था कि यह उन लोगों के लिए स्वाभाविक है, जिन्होंने डकैतों को याद रखने के लिए अपने सारे जीवन लूटपाट की है।
वे ‘बड़े मूर्खतापूर्ण विचार’ के जरिए चाहते हैं कि गरीबों की बुनियादी जरूरतों की चीजें 18 फीसदी की दर सीमा में लाई जाएं। उसी समय, वे सिगरेट और शराब को सस्ता चाहते हैं। यह क्या तर्क है?