जयपुर। रेल मंत्री सुरेश प्रभु और उनकी हाईटेक सेवा एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने एक ट्वीट पर एक छोटे बच्चे के लिए तुरंत मेडिकल सहायता पहुंचाई है। ट्वीट के कुछ देर बाद ही पीडि़त परिवार की मदद को रेलवे के अफसर और डॉक्टर आ पहुंचे।
बिलासपुर मध्यप्रदेश से जोधपुर भगत की कोठी चलने वाली ट्रेन में जोधपुर निवासी निलेश अपने परिवार के साथ सफर कर रहे थे। रात करीब आठ बजे अचानक उनके तीन साल के बेटे मनन को तेज बुखार हो गया।
कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही मनन तेजी से खांसने लगा और उसे उल्टियां होने लगीं। मनन के पिता निलेश ने ट्रेन में कुछ लोगों से मदद मांगी लेकिन बात नहीं बनी।
उसके बाद निलेश ने अपने मोबाइल फोन से रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर बच्चे की स्थिति के बारे में बताया और मदद की अपील की।
इस दौरान रात करीब दस बजे गए। ट्रेन करीब पौने 11 बजे जयपुर जंक्शन पर ट्रेन आकर रुकी। निलेश मदद को बाहर जाते इससे पहले ही रेलवे के कुछ अफसर और डॉक्टर ट्रेन में चढ़े और निलेश की पहचान की।
डॉक्टरों की टीम ने तुरंत मनन को दवा दी। मनन को दवा मिलते ही आराम मिला। इसके बाद ट्रेन तय समय से जोधपुर के लिए रवाना हो गई और आज सवेरे जोधपुर पहुंची।