रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शनिवार शाम राजधानी रायपुर के तेलाबांधा तालाब परिसर (मैरीन ड्राइव) में हजारों नागरिकों की उपस्थिति में देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया।
डॉ. सिंह ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह तिरंगा छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश की आन-बान और शान का प्रतीक होगा। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। यह राष्ट्रीय ध्वज हमारे राष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य की तेजी से हो रही तरक्की का प्रतीक है।
डॉ. सिंह ने कहा कि आजादी के आंदोलन में हजारों देशभक्तों ने भारत माता की मुक्ति के लिए इसी तिरंगे से प्रेरणा लेकर कठिन संघर्ष किया और अपने प्राणों की आहुति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तिरंगा शान से तभी फहराएगा जब गरीब से गरीब व्यक्ति को भी उसका अधिकार मिलेगा।
राज्य सरकार लोगों के स्वाभिमान की रक्षा और गरीबों को उनका हक देने के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बी.एस.यू.पी. योजना के अंतर्गत लगभग 29.05 करोड़ रुपए की लागत से गरीब परिवारों के लिए निर्मित 760 मकानों और लगभग 89 लाख रुपए की लागत से राजधानी रायपुर के आउटडोर स्टेडियम में नव-निर्मित स्कवैश कोर्ट का का लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकसभा सांसद रमेश बैस ने की। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, नगरीय विकास मंत्री अमर अग्रवाल, लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, छत्तीसगढ़ राज्य पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजी भाई पटेल, विधायक द्वय श्रीचंद सुंदरानी और सत्यनारायण शर्मा, नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे, सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा और नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि मैरीन ड्राईव में यह तिरंगा देश का सबसे ऊंचा तिरंगा है। यह 82 मीटर ऊंचे पोल पर फहराया गया है। इसका आकार 150ग् 70 फीट और 60 किलो वजनी है। तेलीबांधा परिसर में नवनिर्मित मोनोलेथिक पद्धति से निर्मित पक्के आवास उन्ही झुग्गीवासियों को दिए जा रहे हैं, जिन्हें यहां से विस्थापित कर तेलीबांधा सौंदर्यीकरण किया गया। यह देश में अपने तरह का पहला उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में तेलीबांधा के इन झुग्गीवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके सहयोग से आज इस परिसर कायाकल्प हो पाया है। मुख्यमंत्री ने तेलीबांधा तालाब परिसर (मैरीन ड्राईव) में खुली जिम के निर्माण की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि पिछले बारह सालों में रायपुर शहर का तेजी से विकास हुआ है। बारह साल पहले तेलीबांधा तालाब की स्थिति कुछ और थी, चारों ओर झुग्गियां और गंदगी थी, आज इसका पूरा स्वरूप बदल गया है और यह पूरे शहर के आकर्षण का केन्द्र बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर के विकास के लिए आने वाले समय में भी सरकार संसाधनों की कोई कमी नहीं होने देगी।
सासंद रमेश बैस ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना हम सबका कर्तव्य है। रायपुर में सबसे ऊंचे तिरंगे की स्थापना से छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ा है। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि देश के सबसे ऊंचे तिरंगे की स्थापना से छत्तीसगढ़ की धरती का गौरव बढ़ा।
नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल, लोकनिर्माण मंत्री राजेश मूणत तथा महापौर प्रमोद दुबे ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। नगर निगम के आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव आर.पी. मंडल, संचालक नगरीय प्रशासन डॉ. रोहित यादव और कलेक्टर ओ.पी. चौधरी सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।