Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
विधान सभा में सरकार पर भारी पड़े कांग्रेस के विधायक गोविंदसिंह डोटासरा - Sabguru News
Home Breaking विधान सभा में सरकार पर भारी पड़े कांग्रेस के विधायक गोविंदसिंह डोटासरा

विधान सभा में सरकार पर भारी पड़े कांग्रेस के विधायक गोविंदसिंह डोटासरा

0
विधान सभा में सरकार पर भारी पड़े कांग्रेस के विधायक गोविंदसिंह डोटासरा
Congress MLA Govind Singh Dotasara
Congress MLA Govind Singh Dotasara
Congress MLA Govind Singh Dotasara

जयपुर। विधान सभा में कांग्रेस विधायक गोविंदसिंह डोटासरा सरकार पर भारी पड़ते नजर आए। संसदीय कार्य मंत्री,सचेतक,उप सचेतक सहित सत्तापक्ष के सदस्यों की ओर से खड़े होने पर भी स्थिति नहीं संभली।

विधान सभा में प्रश्नकाल में प्रतिपक्ष के सचेतक गोविंदसिंह डोटासरा ने सवाल किया कि सरकार पिछले दो सालों में सरकारी और निजी क्षेत्रों में कुल कितने लोगों को रोजगार दिया। इस पर उद्योग मंत्री ने गजेन्द्रसिंह खिंवसर ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2014:15 में 9610 लोगों को राजकीय उपक्रमों में रोजगार दिया गया।

वहीं वर्ष 2016 में 9557 को रोजगार देना प्रस्तावित है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायक ने कहा कि वे सरकार से केवल इतना जानना चाहते है कि सरकारी और निजी क्षेत्रों में कुल कितने लोगों को पिछले दो सालों में रोजगार दिया गया। इस पर मंत्री अलग-अलग तथ्यों का जाल बुनते नजर आए।

डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में 6 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी। सरकार यह बताए कि इन्हें रोजगार कहां दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जनता को गुमराह किया अब मुख्यमंत्री सदन को भी गुमराह कर रही है।

इस बीच श्रम एवं रोजगार मंत्री स्कील्स डवलपमेंट की बात कही तो डोटासरा ने कहा कि स्कील्स डवलपमेंट का मतलब रोजगार नहीं होता। प्रदेश में कई लोगों इंजिनियरिंग कर रखी है। दूसरे अन्य कोर्स कर रखे है। केवल ट्रेनिंग देना रोजगार उपलब्ध कराना नहीं है।

डोटासरा के सवाल पर संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड़, सचेतक कालूराम गुर्जर, उप मुख्य मदन राठौर, श्रम एवं रोजगार मंत्री सुरेन्द्रसिंह टीटी समेत कई विधायक भी खड़े हो गए। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि यह सवाल कई विभागों से जुड़ा हुआ है।

डोटासरा ने कहा कि ऐसा था तो मंत्री को तैयारी करके आना चाहिए। बाद में मंत्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी ने पढ़कर यह बताया 57 हजार 25 सरकारी नौकरी दी है, लेकिन जब वे आगे पढ़ने लगे तो हंगामा शुरू हो गया।