अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वर्ष-2016 की सीनियर सैकण्डरी और वरिष्ठ उपाध्याय की परीक्षाएं गुरुवार से निर्विध्न रूप से प्रारम्भ हो गई।
सीनियर सैकण्डरी परीक्षाओं के लिए राज्य में 3987 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। प्रथम दिन अंग्रेजी का प्रश्न-पत्र था। राज्य के किसी भी परीक्षा केन्द्र से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
हमेशा की तरह इस बार भी बोर्ड कार्यालय में केन्द्रीय कंट्रोल रूम खोला गया है। कंट्रोल रूम से सुबह 6 बजे से बोर्ड के उच्च आलाधिकारी राज्य के विभिन्न हिस्सों में संपर्क कर परीक्षा व्यवस्था की जानकारी लेते रहे। बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बीते कुछ सालों में होने वाली अवयवस्था से सहमे बोर्ड प्रशासन ने इस बार कम्र्चारियों और केन्द्राधीक्षकों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा है।
राज्य के 300 परीक्षा केन्द्रों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से इन केन्द्रों की परीक्षा के दौरान लाइव गतिविधियों पर अधिकारी बोर्ड कार्यालय में निगरानी कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वाट्सअप के माध्यम से प्रसारित हो रहे अंग्रेजी परीक्षा के कथित प्रश्न पत्र को फर्जी पाया गया।
बोर्ड के अध्यक्ष प्रो.बी.एल. चौधरी ने बताया कि सभी केन्द्राधीक्षकों को निर्देशित किया गया हैं कि वे परीक्षा प्रश्न-पत्रों के लिफाफों को खोलने से पूर्व विषय, वार, दिनांक आदि की दिए गए निर्देशानुसार अच्छी तरह जांच कर लें ताकि गलत प्रश्न-पत्र खुलने की संभावना नहीं रहे।
बोर्ड अध्यक्ष द्वारा गठित 62 विशेष उडऩदस्ते, पूरे राज्य में परीक्षा केन्द्रों का सघन दौरा कर रहे है। इन उडऩदस्तों को निर्देशित किया गया हैं कि वे जिले के भीतरी भागों में स्थित परीक्षा केन्द्रों का विशेष रूप से निरीक्षण करें।
उडऩदस्तों के संयोजकों का कहा गया है कि वे रात्रि के दौरान नोडल और एकल परीक्षा केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण कर प्रश्न पत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। राज्य के परीक्षा की दृष्टि से संवेदनशील 8 जिलों के प्रत्येक तहसील के लिए एक उडऩदस्ता तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त राज्य की प्रत्येक दो तहसील के मध्य भी एक उडऩदस्ता तैनात किया गया है।
उन्होंने ने बताया कि सभी केन्द्राधीक्षकों को निर्देशित किया कि उनके परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा के दौरान किसी भी परीक्षार्थी अथवा परीक्षा कार्य से जुड़े कार्मिक यथा वीक्षक, अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक, माइक्रो ऑब्जर्वर, पेपर कॉर्डिनटर अथवा शाला के अन्य किसी भी कार्मिक के पास कोई मोबाईल या अन्य कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं रहेगा।
यदि निरीक्षण के दौरान इस तरह का कोई उपकरण या मोबाईल परीक्षा केन्द्र पर पाया जाता हैं तो इसकी समस्त जिम्मेदारी केन्द्राधीक्षक की होगी।