जयपुर। राजस्थान विधानसभा में बुधवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने वित्तीय वर्ष 2017-2018 के बजट भाषण में सिगरेट पर वैट दरों में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी पर वायॅस ऑफ टोबेको विक्टमस (वीओटीवी) ने आभार प्रकट किया है।
वही उन्होंने बीड़ी पर भी वैट बढ़ाने की मांग पूर्व में पत्र देकर की थी। राजस्थान में तंबाकू उत्पादों के सेवन से करीब 77 हजार लेाग प्रतिवर्ष बेमौत मर रहें है। इनमें सबसे अधिक मौतें 54 हजार लेाग बीड़ी के सेवन से मर रहे है।
वायॅस ऑफ टोबेको विक्टमस (वीओटीवी) के स्टेट पेटर्न व एसएमएस अस्पताल के एसोसियेट प्रोफेसर डॉ. पवन सिंघल ने बताया कि राज्य सरकार से नियमित रूप से प्रदेश में बीड़ी, सिगरेट सहित सभी तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने की मांग की गई थी। जिसके चलते राज्य सरकार ने बजट में सिगरेट पर वैट बढ़ाया है।
जो कि सराहनीय है इससे प्रदेश में प्रतिवर्ष होने वाली मौतों और बढ़ते कैंसर रोगियों के संख्या पर रोक लगेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाली बीमारियेां से 77 हजार लोग प्रतिवर्ष बेमौत मर रहे है। जिसमें 16 प्रतिशत (74 हजार लोग ) बीड़ी का उपभोग कर रहे है वंही इससे 54 हजार लोग प्रतिवर्ष दम तोड़ देतें है।
सिगरेट का 2.8 प्रतिशत (13 लाख लोग ) उपभोग करते है, इससे 09 हजार लोग प्रतिवर्ष दम तोड़ रहे है। देश में सिगरेट पीने से 3.5 लाख लोगों की मौत होती है वंही बीड़ी पीने से 05 लाख 80 हजार लोगों की मौत होती है। जबकि प्रदेश में 18.9 प्रतिशत लोग गुटखा व अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन करते है। जिसमें 87 प्रतिशत एडल्ट शामिल है।
वंही इससे मरने वालों की संख्या 14 हजार है। उन्होने बताया कि करीब 27.5 करोड़ भारतीय तंबाकू का सेवन करते हैं। ग्लोबल एडल्ट टोबेको के सर्वे के अनुसार भारत में तंबाकू की लत 17 साल की उम्र में लग जाती है।
ग्लोबल यूथ टोबेको के सर्वे में सामने आया कि भारत के 20 प्रतिशत से अधिक बच्चे तंबाकू के उत्पादों का प्रयोग करते हैं। 350 किशोर प्रति दिन तंबाकू का सेवन शुरु करते हैं। यह साबित हो चुका है कि कैंसर, हृद्वय रोग, नपुंसकता, विकलांगता और हृद्वघात के रूप में प्रत्येक तीसरे व्यक्ति की अकाल मृत्यु तंबाकू सेवन के सेवन से हो रही है।