जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घोषणा की है कि मुख्यमंत्री एकल नारी सम्मान पेंशन योंजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु की विधवा पेंशनर को 1000 रूपए प्रतिमाह तथा 75 वर्ष से अधिक आयु की विधवा पेंशनर को 1500 रूपए प्रतिमाह की पेंशन दी जाएगी।
इसके अलावा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाली आर्थिक पिछडा वर्ग के मेधावी छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बुधवार को राजस्थान बजट 2017-18 में सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग से संबंधित घोषणाओं में कहा कि सहयोग एंव उपहार योजना के तहत पुत्रियों के विवाह पर देय अनुदान एवं प्रोहोत्साहन राशि को बढा कर दोगना किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन योजना के तहत आयु को आधार ना मानकर सभी पात्र विशेषयोग्यजनों को सम्मान रूप से 750 रूपए प्रतिमाह की पेंशन दी जाएगी। राजकीय छात्रावास से दो या दो से अधिक की दूरी पर स्थित स्कूलों एवं महाविधालयों में अध्ययन के लिए जाने पर छात्रावास द्धारा साईकिल उपलब्ध करवाई जाएगी।
लावारिस व निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर दाह संस्कार कराने वाली स्वंयसेवी संस्था को इस हेतु 5 हजार रूपए की सहायता दी जाएगी। अस्थि विशेषयोग्यजन को विधालय, महाविधालय में नियमित अध्ययन के लिए नि:शुल्क मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल उपलब्ध करवाई जाएगी।
राजे ने बताया कि सुखद दांपत्य जीवन योजना के अंतर्गत विशेषयोग्यजन युवक- युवतियों को देय आर्धिक सहायता बढाकर 50000 रूपये प्रति दंपति कर दिया गया है। राज्य में संचालित मानसिेक विमंदित, मूकबधिर एवं नेत्रहीन श्रेणियों की आवासीय एवं गैर-आवासीय विधालयों के संचालन करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं में कार्यरत कार्मिकों के मानदेय एवं अन्य व्यय में वृद्धि की गई है।
संयुक्त सहायता अनुदान के तहत पात्र विशेषयोग्यजनों को कृत्रिम अंग, उपकरण के लिए देय राशि को बढाकर 10000रूपये किया जायेगा। इसके अलावा एससी/एसटी वर्ग के मेधावी बच्चों के लिए निजी मेडिकल कालेज अथवा विश्वविधालय में एमबीबीएस एवं पीजी अध्ययन के लिए वितीय सहायता के लिए योजना लाई जाएगी।
मेहरडा गुजरवास जिला झुंझुनुं, केकडी-अजमेर, कुचामन-नागौर व कोटा में आदर्श छात्रावास देवनारायण योजना के तहत आवासीय विधालय 30 करोड रूपए की लागत से खोले जाएंगे। बालगृह का निर्माण प्रथम चरण में 8 जिलों में 8.80 करोड रूपए की लागत से करवाया जाएगा
राज्य के आर्थिक पिछडा वर्ग के मेधावी छात्र- छात्राओं के लिए घोषणाएं करते हुए उन्होंने बताया कि राजस्थान की माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा में प्रत्येक संवर्ग की घोषित मेरिट में प्रथम 100 छात्र- छात्राओं को एकमुश्त 15 हजार रूपए और प्रशस्ती प्रत्र तथा आईआईटी, आईआईएम, एआईआईएमएस, एनएलयू, आईआईएससी में प्रवेश पाने वाले प्रथम 100 छात्र- छात्राओं को 25 हजार रूपये की एकमुश्त सहायता एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्धारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा (आरएएस) में चयन होने के उपरान्त सभी सेवाओं को मिलाकर वरीयता में आए प्रथम 100 प्रतियोगीयों को 30 हजार रूपये की एकमुश्त सहायता राशि भी दी जाएगी। आल इंडिया सर्विस (आईएएस, आईपीएस, आईएफएस) में चयन होने के उपरांत वरीयताक्रम में आने वाले राजस्थान के प्रथम 50 प्रतियोगीयों को 50 हजार रूपए की एकमुश्त सहायता राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्धारा घोषित परिणाम के तहत दसवीं की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक आए हों, ऐसी कुल 100 छात्राओं को वरीयता क्रमानुसार स्कूटी तथा प्रशस्ति पत्र और इसी प्रकार से बारहवीं की राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की विज्ञान, कला, वाणिज्य परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक आए हों, प्रत्येक संवर्ग की ऐसी 100-100 छात्राओं (कुल300) को वरीयताक्रमानुसार स्कूटी तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।