कोटा/जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेशवासियों से प्रदेश को विकास की नई बुलन्दियों तक ले जाने के सरकार के प्रयासों में भागीदार बनने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बूंद-बूंद से सागर भरता है, प्रदेश के लिए आपका छोटा सा प्रयास प्रगति की राह में एक बड़ा कदम साबित होगा।
जब तक सबका साथ नहीं होगा तब तक सबका विकास भी नहीं होगा। राजे शनिवार को कोटा के महाराव उम्मेदसिंह स्टेडियम में राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर भव्य संयुक्त परेड का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय सेवाएं प्रदान करने वाली प्रतिभाओं को पदक एवं योग्यता प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश ऋग्वेद के चरैवेति-चरैवेति मंत्र को आत्मसात करते हुए निरन्तर आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि जिस आशा और विश्वास के साथ जनता ने प्रदेश का भविष्य सौंपा है। राजधर्म को सर्वोपरि मानते हुए हम आपके विश्वास पर खरा उतरेंगे। प्रत्येक व्यक्ति अपनी पूरी ऊर्जा के साथ विकास में भागीदार बनेगा तभी सही मायने में राजस्थान का पुनर्निर्माण होगा।
विकास की रोशनी अंतिम व्यक्ति तक भी पहुंचे
राजे ने कहा कि हमारी सरकार पंडित दीनदयाल के आदर्शों पर चलने वाली सरकार है। उन्होंने हमें अन्त्योदय के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया, जिसके माध्यम से हमें गरीबों की सेवा करने की प्रेरणा मिली। हमारा लक्ष्य विकास की रोशनी उस व्यक्ति के घर तक भी पहुंचाना है, जो कतार में सबसे पीछे खड़ा है।
हाड़ी रानी को याद किया-राजे ने कहा कि इस पवित्र मौके पर मैं हाड़ौती की वीर भूमि को वन्दन करती हूं, जहां का रोम-रोम शौर्य और बलिदान की कहानियां बयां कर रहा है। उन्होंने हाड़ी रानी की कुर्बानी की गाथा को याद करते हुए कहा कि हाड़ौती उस हाड़ी रानी की जन्मस्थली है, जिसने पति को रणभूमि में भेजने के लिए हंसते-हंसते अपना सिर काटकर अर्पित कर दिया था।
उन्होंने हाड़ौती क्षेत्र के जन-जन की आस्था के केन्द्र एवं पर्यटन स्थलों का भी जिक्र किया। भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद और साम्प्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष-मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार हमने आजादी के लिए मिलकर संघर्ष किया था, उसी प्रकार भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद और साम्प्रदायिकता के खिलाफ सबको मिलकर संघर्ष करना होगा। एक-दूसरे के साथ प्रेम और भाईचारे की डोर में बंधकर आगे बढ़ना होगा।
धरना, प्रदर्शन और आन्दोलन की राजनीति से ऊपर उठें
मुख्यमंत्री ने कहा कि विरासत में मिले आर्थिक संकट से राजस्थान को अगर उबारना है तो धरना, प्रदर्शन और आंदोलन की राजनीति से ऊपर उठकर हमें सामूहिक संकल्प, सामूहिक प्रयास और सामूहिक शक्ति के साथ इस कल्पना कोे साकार करना होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार इस पावन उद्देश्य की पूर्ति के लिए आपका नेतृत्व कर सकती है, योजनाएं बना सकती है, संसाधन उपलब्ध करा सकती है, विकास का रोडमैप बना सकती है, किंतु अकेले इस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकती। इसके लिए जनता की भी भागीदारी और प्रयास जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समय एक-दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं है। यह वक्त है एक-दूसरे का हाथ थामकर आगे बढ़ने का।
सबको मिलकर करना होगा सपना साकार
राजे ने कहा कि वर्ष 2003 में मैंने एक सपना देखा था और वो सपना था राजस्थान के मस्तक पर लगे पिछड़ेपन के कलंक को मिटाकर देश के विकसित प्रदेशों की श्रेणी में लाने, प्रत्येक नागरिक के जीवन स्तर में सुधार लाने और उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का। ये सपना मेरा अकेली का नहीं है, इसमें आप सभी शामिल हैं। इन सपनों को यथार्थ में बदलने के लिए प्रदेश की जनता को एकजुट होकर काम करना होगा।
एक व्यक्ति एक पौधा
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस पावन अवसर पर सभी प्रदेशवासी ’एक व्यक्ति एक पौधा’ लगाने का संकल्प लें। इससे राजस्थान में 7 करोड़ पौधे लग सकेंगे। सिर्फ पौधा लगाने की औपचारिकता ही पूरी नहीं करें बल्कि उसकी सार-संभाल भी करें, इससे वे वृक्ष का रूप लेकर हम सबको ठंडी छांव दे सकें।
प्रदेश में शिक्षा का वातावरण तैयार
राजे ने कहा कि सरकार ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक आदर्श विद्यालय विकसित करने की योजना शुरू की है। तीन वर्षों में प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आदर्श स्कूल विकसित किये जाने हैं। इस वर्ष 1 हजार 340 आदर्श स्कूल विकसित किये जा रहे हैं। डिजिटल इंडिया योजना के साथ-साथ डिजिटल राजस्थान का कार्यक्रम भी हाथ में लिया गया है। राजकीय विद्यालयो में डिजिटल साक्षरता की योजना के तहत छात्र-छात्राओं को सूचना तकनीक की जानकारी भी दी जा रही है। हमारे इन प्रयासों से प्रदेश में शिक्षा का अच्छा वातावरण तैयार हो रहा है, जिसके कारण हमारी युवा पीढ़़ी को रोजगार के भी अच्छे अवसर मिल रहे हैं। युवाओं को रोजगार देकर आत्म निर्भर बनाने के हमारे प्रयासों को केन्द्र सरकार ने भी सराहा है। हमें इस क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए बेस्ट स्टेट इन स्किल डवलपमेंट अवार्ड तथा गोल्डन कैटेगरी ट्राफी भी दी गई है।
4 वर्ष का काम 2 माह में
मुख्यमंत्री ने न्याय आपके द्वार कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों की तकलीफ तथा उन्हें राजस्व मुकदमों से मुक्ति दिलाने के लिए हमने यह कार्यक्रम शुरू किया, जिसमें मात्र 2 माह में 4 लाख से अधिक राजस्व मुकदमों का निस्तारण हुआ। यह कार्य राजस्व न्यायालयों में सामान्य तौर पर 4 वर्षों में भी नहीं हो पाता है।
गांवों में अन्नपूर्णा भण्डार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे ग्रामीण भाई-बहनों को शहरों जैसी सुविधा मिले, उनके जीवन स्तर में सुधार हो, इस दिशा में सरकार प्रयास कर रही है। ऐसा ही एक प्रयास ग्रामीण क्षेत्र में राशन की दुकानों पर शहरों की तरह गुणवत्तायुक्त पैकिंग और ब्रान्डेड सामग्री सस्ते दामों पर उपलब्ध कराने का है। इसके लिए हम राज्य की 5 हजार उचित मूल्य की दुकानों को अन्नपूर्णा भण्डार के रूप में विकसित कर रहे हैं।
जल संरक्षण और जल संग्रहण कार्यक्रम को जन आन्दोलन बनायेंगे
राजे ने कहा कि प्रदेश में एनीकट, चैकडेम और जल संरक्षण के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। इससे न केवल सतही जल की उपलब्धता बढ़ेगी बल्कि भूजल का स्तर भी बढ़ेगा। आने वाले समय में हम पूरे प्रदेश में जल संरक्षण और जल संग्रहण के कार्यक्रम को जन आंदोलन का रूप देने जा रहे है। मेरा मानना है कि जनता जब इस कार्य को अपनायेगी तो खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में एकत्रित हो सकेगा।
समारोह में कोटा की विभिन्न स्कूलों के एक हजार बच्चों एवं 100 से अधिक लोक कलाकारों ने देशभक्ति से ओतप्रोत लोक संस्कृति की झलक बिखेरते हुए आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। राजस्थान पुलिस के जवानों ने घुड़सवारी एवं मोटरसाइकिल पर हैरतअंगेज प्रस्तुति दी। पुलिस के जवानों ने अग्नि मिसाइल के माडल की झांकी प्रदर्शित कर पूर्व राष्ट्रपति स्व. डा. एपीजे अब्दुल कलाम को प्रदेश की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की।
पुलिस एवं सेना के बैण्ड वादकों ने स्टेडियम में बैण्ड की सुमधुर स्वर लहरियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर समारोह के गेस्ट आफ आनर दक्षिण आस्ट्रेलिया के निवेश एवं व्यापार मंत्री मार्टिन हेमिल्टन स्मिथ, पर्यटन मंत्री कृष्णेन्द्र कौर दीपा, सांसद दुष्यंत सिंह, ओम बिड़ला, जिले के विधायक, जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक सहित पुलिस, प्रशासन एवं सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।