जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शुक्रवार को संभाग के लोगों की परिवेदनाओं, शिकायतों और ज्ञापनों पर सुनवाई की। उन्होंने पूरी संवेदनशीलता और तन्मयता के साथ अलवर, दौसा, जयपुर, झुन्झुनूं एवं सीकर जिलों के आमजन के अभाव अभियोग सुने, अनेक समस्याओं पर ज्ञापन लिए और अधिकारियों को उनके समाधान के लिए उचित दिशा निर्देश दिए।
जनसुनवाई में लोग उम्मीद के साथ आए और अपनी समस्याओं के त्वरित निराकरण के आश्वासन से विश्वास के साथ लौटे। सुनवाई में करीब 2 हजार लोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी परिवेदनाएं बताई। इस दौरान 900 ज्ञापन प्राप्त हुए। राजे ने करीब तीन घंटे तक लोगों के बीच खडे़ होकर एक-एक परिवादी की शिकायत को सुना।
मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन, नगर निगम सीईओ हेमन्त गेरा, जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल, जयपुर विकास आयुक्त शिखर अग्रवाल सहित पानी, बिजली, सड़क, राजस्व सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।
उन्होंने कुछ प्रकरणों में अधिकारियों को मौके पर जाकर वस्तुस्थिति का पता लगाने और संबंधित पक्षकारों के बीच बातचीत व आपसी सहमति से मामलों का निराकरण सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने सम्भाग के सीकर, झुंझुनूं, दौसा तथा अलवर की समस्याओं को मुख्यालय पर दर्ज करने के साथ ही सम्बन्धित जिलों को भिजवाकर उन पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रत्येक शुक्रवार को कार्यकर्ताओं की मुख्यमंत्री निवास पर जनसुनवाई की थी। प्रदेश के कार्यकर्ताओं की जनसुनवाई का पहला चरण पूरा हो गया।
इसके बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने संभागवार जनसुनवाई शुरू की। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री आवास पर नियमित जनसुनवाई की व्यवस्था भी है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंत्रीगण भी नियमित रूप से जनसुनवाई कर रहे हैं।