जयपुर। राजस्थान में किसानों की कर्जमाफी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार रात सदन में ही गुजारी। कांग्रेस विधायक सदन में रातभर धरने पर बैठे और रात में लॉबी में ही गुजारी। कांग्रेस विधायक यह धरना बुधवार को भी जारी रखेंगे। इस बीच प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी विधानसभा पहुंचे और विधायकों से बातचीत की।
पायलट ने बताया पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि जिस कानून का देश और प्रदेश में सभी स्थानों पर लोग विरोध कर रहे हैं, उसको तो बिना चर्चा और बिना कमेटी में लाए ही सदन में लेकर आ गए। लेकिन लाखों किसानों का जो हाल हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार ने कर्ज माफी के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी ने एक सीमा तय कर दी।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि राजस्थान के तमाम किसानों का पूर्ण कजा माफ हो। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के किसानों का कर्जा माफ हो चुका है। कांग्रेस की सरकार ने पंजाब और कर्नाटक में कर्जा माफ किया है। राजस्थान के किसानों ने कोई पाप नहीं किया उनका भी ऋएा पूरी तरह माफ होना चाहिए।
उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री जल्द किसानों के कर्ज माफी की घोषणा करें। किसानों के कर्ज माफी की मांग को लेकर हमारे विधायक सदन में धरने पर बैठे हैं। विधायकों ने किसानों की पीड़ा उठाने का जो काम किया है मुझे उम्मीद है इस प्रकार 80 किसानों की आत्महत्या पर सरकार का दिल पसीजेगा और मुख्यमंत्री किसानों के पूर्ण ऋण माफी की घोषणा करेगी।
सदन के भीतर रात गुजारने वालों में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, गोविंद सिंह डोटासरा, रमेश मीणा, धीरज गुर्जर, घनश्याम मेहर, दर्शन सिंह, राम नारायण गुर्जर, मेवाराम जैन, सुखराम विश्नोई, शकुंतला रावत, श्रवण कुमार, भंवर लाल शर्मा, भवर सिंह भाटी, विजेंद्र ओला, भजन लाल जाटव, महेंद्र मालवीय के साथ-साथ निर्दलीय नंद किशोर महरिया और राजकुमार शर्मा मौजूद थे। प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी ने कहा है सरकार जब तक राज्य के सभी किसानों के सम्पूर्ण कर्ज माफी का ऐलान नहीं करेगी, हमारा विरोध जारी रहेगा। हम सदन में ही धरने पर बैठे रहेंगे।