जयपुर। हिंगोनिया गौशाला में गायों की मौत को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी वसुंधरा राजे सरकार और जयपुर नगर निगम को इसके लिए जिम्मेदार बताया है।
जयपुर प्रांत संघचालक डॉ.रमेश अग्रवाल ने बताया कि संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने हिंगोनिया गौशाला का मुआयना किया। ध्यान में आया कि गायों की सार—संभाल को लेकर लापरवाही बरती गई जिसके चलते हमारी आस्था की प्रतीक गौमाताओं को असमय काल का ग्रास बनना पड़ा।
उन्होंने अधिकारिक रूप से वक्तव्य जारी कर कहा कि गायों का इस तरह मरना हम—सब के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। निगम ने कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से उत्पन्न होने वाले संकट से निपटने की कोई तैयारी नहीं की गई।
संघ ने मांग उठाई है कि गौशाला में सुधार के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक, दो रणनीति तैयार की जाए। तात्कालिक रूप से ऐसी सभी व्यवस्थाएं की जाएं, जिससे बीमार व असहाय गायों को बचाया जा सके। दीर्घकालीन योजना के तहत विशेषज्ञों से राय कर गौशाला में ढांचागत सुधार किए जाएं। साथ ही इस प्रकरण में जिम्मेदारी तय कर दोषियों पर कार्रवाई भी की जाए।
38 और गाय मरी, संतों की टोली भी पहुंची गौशाला
आरोपों और आलोचनाओं से घिरे नगर निगम महापौर निर्मल नाहटा दावा कर रहे हैं कि हिंगोनिया गौशाला के हालात सुधर रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ बुधवार को हिंगोनिया गौशाला में 38 और गायों की मौत हो गई।
संतों की एक टोली भी बुधवार को गौशाला पहुंची और हालात का जायजा लिया। उधर कांग्रेस ने गायों की मौतों के लिए सरकारी भ्रष्टाचार को जिम्मेदार मानते हुए राजस्थान सचिवालय में लोकायुक्त से मिलकर भ्रष्टाचार के संदर्भ में शिकायत दर्ज कराई।
महापौर नाहटा ने बुधवार को गौशाला का सुबह और शाम दौरा किया। नाहटा ने समस्त व्यवस्थाओं का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण हुई अव्यवस्था से उपजे हालात तेजी से सामान्य होते जा रहे हैं।
निगम ने 16 जेसीबी, 30 ट्रेक्टर, 6 डम्पर और 8 लेवलर की मदद से दिन-रात एक करके बाड़ों से गोबर हटा दिया है और मिट्टी डालकर बाड़ों को सही स्थिति में ला दिया है।
नगर निगम उपायुक्त करणी सिंह ने बुधवार को 38 की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि गौशाला के आईसीयू में 29 गायों और बाड़ों में 9 गायों की मौत हुई है। उन्होने कहा कि गायों को समय पर चारा-पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
गायों के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। लगभग 14 डॉक्टर आईसीयू में बीमार गायों की देखरेख कर रहे हैं।
कांग्रेस ने लोकायुक्त को दी शिकायत
इस बीच प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि मण्डल ने हिंगानिया गौशाला में गायों की मौतों के लिए सरकारी भ्रष्टाचार को जिम्मेवार मानते हुए लोकायुक्त से मिलकर शिकायत दर्ज कराई।
प्रदेश प्रवक्ता प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि पार्टी ने शिकायत में लोकायुक्त कोठारी को बताया कि पिछले ढाई वर्षो में पूरे प्रदेश में सरकार द्वारा संचालित सभी गौशालाओं में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।
गायों के चारे-पानी और अन्य सुविधाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा जो करम गौशाला को दी जाती है उसमें करोडों रूपयों का घोटाला हो रहा है। इसके लिए राज्य सरकार के मंत्री, बडे नेता और नगर निगम के अधिकारी जिम्मेदार हैं।
साध्वी प्राची ने भाजपा-कांग्रेस सरकारों का घेरा
हिंगोनिया गौशाला में बुधवार को दौरा करने आई साध्वी प्राची ने गौवंश की मौत का जिम्मेदार मौजूदा भाजपा और कांग्रेस की पिछली सरकार को बताया।
साध्वी प्राची ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल से ही गौशाला के हालात खराब रहे, लेकिन मौजूदा सरकार ने भी सत्ता में आकर गौशाला में व्यवस्थाएं सुधारने के लिए कोई खास कदम नहीं उठाए।
उन्होंने कहा कि आज गौशाला में जो काम हो रहे हैं वे केवल मुख्यमंत्री के दौरे की तैयारी है। गौवंश को बचाने के लिए कोई यहां कोई काम नहीं हो रहे। उन्होंने बताया कि गौशाला में न तो गायों को चारा उपलब्ध करवाया जाता रहा और न ही सही से इलाज होता रहा।
आज आनन-फानन में काम करवाए जा रहे हैं। ये काम पहले होते तो शायद इतने गौवंश नहीं मरते। गौरतलब रहे कि गौवंश की मौत के मामले में राज्य सरकार को चौरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री कर सकती है गौशाला का दौरा
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरूवार को हिंगोनिया गौशाला का दौरा कर सकती है। मुख्यमंत्री के दौरे की संभावना को देखते हुए बुधवार शाम महापौर निर्मल नाहटा, जिला कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने भी गौशाला का दौरा किया और वहां की व्यवस्थाएं देखी। इसके बाद गौशाला में करीब एक घंटे तक बैठक कर चर्चा की।
कलेक्टर ने गौशाला में बने चिकित्सालय और आईसीयू सेंटर का दौरा किया। सूत्रों का कहना है कि दौरे से पहले कलेक्टर और पुलिस आयुक्त सीएमआर भी गए थे जहां उन्होने मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात कर गौशाला के संबंध में चर्चा की।