जयपुर। प्रदेश में शुक्रवार को सर्द हवाएं फिर ठिठुराने लगीं। गुरुवार को अधिकांश हिस्सों में मावठ की बारिश के बाद कई इलाकों में बादल छंटने के कारण सर्दी ने फिर जोर पकड़ लिया। हालांकि दोपहर में धूप निकलने से ठंड से कुछ राहत महसूस की गई।
बारिश के कारण अधिकांश हिस्सों में आद्रता 90 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई। उधर, सूबे के अनेक हिस्सों में आज भी बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। जानकारों के मुताबिक मावठ से रबी की पैदावार अच्छी होने की संभावना है लेकिन जिन स्थानों पर बारिश के साथ ओले गिरे वहां फसल खराबे की आशंका भी जताई जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले दो दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई मावठ की बारिश से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई। खासतौर पर दिन का तापमान 8 से दस डिग्री सेल्सीयस गिर गया।
राजधानी जयपुर में अधिकतम तापमान 18.7 व न्यूनतम 10.8 डिग्री दर्ज किया गया। जयपुर में आज बादलों के छटने से शहरवासियों ने राहत की सांस ली लेकिन सर्द हवाओं के कारण गलन का में कमी नहीं दिखी।
दोपहर में भी धूप खिलने के बावजूद सर्द हवाओं का असर बना रहा। मारवाड़ में दो दिन तक हुई बारिश से सर्दी ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। बुधवार देर रात और गुरुवार को दिनभर हुई बारिश के बाद शुक्रवार को सुबह भी बारिश हुई। हालांकि दोपहर में धूप निकलने से शहरवासियों ने ठंड से कुछ राहत महसूस की।
जानकारों के अनुसार जोधपुर में जनवरी में सबसे अधिक बरसात आजादी के बाद 1948 में हुई जब 19 जनवरी 1948 को एक साथ 40.1 मिली मीटर पानी बरसा। उस वर्ष जनवरी महीने में 56.6 मिली मीटर बरसात हुई थी। अब वर्ष 2017 में आज सुबह तक करीबी बीस मिमी बारिश हो चुकी है।
बताया गया है कि इस बार पश्चिमी विक्षोभ में नमी अधिक रहने और इसके अधिक नीचे उतर जाने की वजह से मावठ अच्छी हो गई। यह मावठ मारवाड़ में रबी की फसल के लिए एक वरदान की तरह है किसानों द्वारा खेतों में बोई गई गेहूं जो सरसों चना और अन्य फसलों को इससे जीवनदान मिलेगा।
मावठ से रबी की पैदावार अच्छी होगी। मौसम विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान जयपुर 20.8,अलवर 19.0, वनस्थली 19.7, सवाईमाधोपुर 16.0, अजमेर 2.4 पिलानी 7.7, सीकर 7.0 , चूरू 10.2, जोधपुर में 4.4 डबोक 2.6, और श्रीगंगानगर में 11.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।