अजमेर। राजस्थान के स्कूलों में पढ़ रहे सभी बालक-बालिकाओं का डाटा ऑनलाइन किया जाएगा। इसके तहत प्रदेश में संचालित 37 हजार विद्यालयों के लगभग 80 लाख बालक-बालिकाओं का डाटा राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद् द्वारा ऑनलाइन किए जाने की पहल की गई है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि इस कार्य के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र ने प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर एक विशेष सॉफ्टवेयर बनाया है।
इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से स्कूल शिक्षा विभाग (सामान्य शिक्षा) एवं संस्कृत शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त समस्त गैर-सरकारी विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, सैनिक विद्यालय, मिलिट्री स्कूल्स, मदरसा व अन्य सभी विद्यालयों का डाटा लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे बालक-बालिकाओं का डाटा सरकार द्वारा पहले ही ऑनलाइन किया जा चुका है।
राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद् के आयुक्त डॉ. जोगा राम ने इस संबंध में मंगलवार को प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों एवं ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए संवाद किया।
उन्होंने राज्य की सीमाओं में राजस्थान के राजकीय विद्यालयों के अतिरिक्त संचालित अन्य समस्त प्रकार के विद्यालयों का डाटा राज्य सरकार द्वारा संचालित प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर लिए जाने के लिए शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि यह कार्य पूर्ण होने के बाद राज्य के सभी विद्यालयों एवं उनमें पढ़ रहे सभी बालक-बालिकाओं का डाटा ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएगा। एनआईसी के अधिकारी विनोद जैन द्वारा डाटा की ऑनलाइन प्रविष्टि कैसे की जाए, इसके बारे में जानकारी दी गई।