जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा के चिंतन शिविर में संगठन के मुखिया के सामने प्रदेश के मंत्रियों ने अपनी बेबसी बताते हुए जो भड़ास निकाली उससे स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में शासन पर प्रशासन हावी है।
पायलट ने कहा कि भाजपा के चिंतन शिविर का उद्देश्य प्रदेश में शासन की कार्यप्रणाली के आकलन से ज्यादा पार्टी के कार्यकर्ताओं को तुष्ट करने के तरीकों पर केन्ति रहा। राज्य के कैबिनेट मंत्रियों का यह कहना कि अपने ही महकमे में उनकी नहीं चलती, स्पष्ट करता है मुख्यमंत्री ने सभी अधिकार अपने पास केन्द्रीत कर लिए हैं।
उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि अमित शाह का प्रदेश दौरा राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान में भाजपा की कार्यप्रणाली को लेकर चिंता के कारण हुआ है, क्योंकि पीछे हुए खान रिश्वत कांड और ललित गेट के कारण प्रदेश की साख को बट्टा लगा है।
पायलट ने कहा कि भाजपा के चिंतन शिविर के समापन दिवस वाले दिन पार्टी के एक वरिष्ठ विधायक ने अहमदाबाद में साफ कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार की स्थिति अच्छी नहीं है। सरकार की साख लगातार गिर रही है।
उन्होंने कहा कि अपनी नाकामियों पर पर्दा डालते हुए भाजपा की सरकार व संगठन के मुखिया ने जो बड़े बोल बोले हैं कि वर्ष 2018-2019 में मिथक को तोड़ा जाएगा, वह उनकी बौखलाहट का परिचायक है।
लगभग आधा कार्यकाल बीत जाने के बाद भी जनता के बीच में भाजपा ने कोई भी विशेष उपलब्धि हासिल नहीं की है सिवाय रंजिश की राजनीति को अंजाम देते हुए जनकल्याण को बाधित करने के।
कांग्रेस नेता ने कहा भाजपा संगठन में केन्द्र के स्तर पर राजस्थान की भाजपा सरकार को लेकर विशेष चिंता है इसी वजह से अमित शाह बार-बार प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं।