जयपुर। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा चुनावी घोषणाओं को पूरा नहीं करने के विरोध में 29 मार्च को विधानसभा के समक्ष धरना देगा।
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि चुनाव से पूर्व भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में 14 वादे कर्मचारियों के कल्याण के लिए किए थे। लेकिन ढाई साल पूरे होने के बाद भी भाजपा सरकार ने अपने एक भी वादे को पूरा नहीं किया है और पूर्ववर्ती सरकार द्वारा कर्मचारियों को जो सुविधाएं मिल रही थी उन्हें भी खत्म कर दिया है, इससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।
सिंह ने कहा कि सरकार अपने ढाई वर्ष के कार्यकाल में चुनावी वादों को पूरा करने में विफल रही है। इसलिए सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए महासंघ से जुडे 40 कर्मचारी संघ से जुडे कर्मचारी 29 मार्च को कर्मचारी कल्याण की 14 घोषणाओं की शीघ्र क्रियान्विति, शिक्षाकर्मी, विद्यार्थी मित्र, वन मित्र कप्यूटर आपरेटर, शिक्षक, प्रबोधक होमगार्ड, लैब सहायक आदि को नियमित करने, वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति के गठन की मांगों को लेकर विधानसभा के टी पाइंट पर धरना देंगे।
उन्होंने कहा कि यदि राज्य कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी की गई और सरकार ने चुनावी वायदों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा।