जयपुर। प्रदेश की जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की श्रृंखला में अगले वर्ष जनवरी माह तक राज्य में 1066 नए आरओ प्लांट लगाए जाएंगे। जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी ने बुधवार को जलदाय विभाग की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी।
उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि आरओ प्लांट लगाने में देरी या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बजट घोषणा के अनुसार राज्य में 2 हजार आरओ प्लांट और 1 हजार सोलर पंप लगाने है।
इनमें से 1066 आरओ प्लांट जहां जनवरी माह तक लगाए जाएंगे, वहीं शेष आरओ के टेंडर जारी कर दिए गए हैं। सोलर पंप लगने में देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अब सोलर पंपों में देरी बिलकुल न हो।
सभी सोलर पंप की स्वीकृति जल्द से जल्द निकाली जाए। उन्होंने 15 दिनों के भीतर प्रत्येक संभाग पर एक सौलर पंप का मॉडल स्थापित करने के भी निर्देश दिए। आरओ प्लांटों के संचालन एवं संधारण के बिल एक साल की जगह 3 महीने में जारी किए जाएं।
उन्होंने कहा कि सभी आरओ प्लांटों के फिजिकल वैरीफिकेशन के लिए हर महीने कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता के जरिए सत्यापन किया जाना भी सुनिष्चत हो।
जलदाय मंत्री ने कहा कि विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी हैंडपंप और ट्यूबवैलों की जल्द ही जिओ टैगिंग की जाएगी ताकि प्रदेष भर में लगे हैंडपंप और ट्यूबवैलों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा सके।
उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए अधीक्षण अभियंता और अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं से सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा कि उपयुक्त सुझावों को वित्त विभाग को भी भेजा जाएगा।
जलदाय मंत्री ने पेयजल योजनाओं के बंद पड़े बिजली के मीटरों की जगह नए मीटर लगवाने, सूखे ट्यूबवैलों के बिजली के मीटर तुरंत हटवाने जैसी कई विद्युत से जुड़ी समस्याओं को भी सचिव स्तर पर सुलझाने की बाद भी कही।