जयपुर। राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने नई दिल्ली में बुधवार को केन्द्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रकाश जावेड़कर, धर्मेन्द्र प्रधान और डॉ. महेश शर्मा से भेंट की और राज्यहित से जुड़े विषयों पर उनसे विस्तार से चर्चा की।
कटारिया ने नितिन गडकरी से भेंट के दौरान किशनगढ़-भीलवाड़ा-चित्तौड़गढ़-उदयपुर राजमार्ग को छह लेन में बदलने के कार्य को पूरा करवाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग-आठ पर किशनगढ़ तक छह लेन सड़क तैयार हो चुकी है।
इससे आगे किशनगढ़ से उदयपुर-रतनगढ़ तक के मार्ग को चार लेन से छह लेन में बदलने के लिए पिछले एक वर्ष से लगातार आग्रह किया जा रहा है। विशेषकर उदयपुर बाईपास रोड़ पर राष्ट्रीय राजमार्ग-आठ (8) और छिहतर (76) के वाहनों के भारी ट्रैफिक व दबाव के चलते उदयपुर शहर में दुर्घटनाओं की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है।
साथ ही नगर की प्रतापनगर-वलीचा सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि जब तक इस मार्ग पर छह लेन बनने का कार्य शुरू नही होता, तब तक इसे यूआईटी और नगर परिषद् उदयपुर द्वारा टोल रोड़ बना कर मरमम्त करवाने की अनुमति दी जाए।
उन्होंने बताया कि उदयपुर से झाड़ोल-फलासिया और ईडर (गुजराज) राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले छह वर्षो से स्वीकृत है, लेकिन इसकी घोषणा के बाद से इस मार्ग पर काम शुरू नही हुआ है। जिसकी वजह से यह सड़क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और आवागमन लायक नही रहा है। उन्होंने गडकरी से आग्रह किया कि वे इस पिछड़े आदिवासी क्षेत्रा के लिए घोषित राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य शीघ्र शुरू करवाएं।
गडकरी ने दिया ठोस आश्वासन
गृह मंत्री ने भेंट के बाद बताया कि गडकरी ने ठोस आश्वासन देते हुए कहा है कि किशनगढ़ से गुलाबपुरा और गुलाबपुरा से चित्तौड़गढ़ तक का काम बीओटी आधार पर करवाया जाएगा। साथ ही चित्तौड़गढ़ से देबारी (उदयपुर) और देबारी से रतनपुर (डूगरपुर) वाया काया (उदयपुर) तक का कार्य हाई बीड ई.पी.सी. कान्ट्रेक्ट आधार पर होगा।
उदयपुर खेलगांव में बने महाराणा इनडोर स्टेडियम
कटारिया ने केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा से मुलाकात में उदयपुर के खेलगांव में महाराणा प्रताप इनडोर स्टेडियम बनाने की मांग रखी। उन्होंने बताया कि हल्दी घाटी युद्ध का आगामी मई में 475वां वर्ष पूरा होगा। प्रधानमंत्री के निर्देश पर महाराणा प्रताप के नाम से एक इनडोर स्टेडियम बनाया जाना है।
कटारिया ने बताया कि हल्दी घाटी के आस-पास कोई बड़ा गांव नहीं है। अतः यह स्टेडियम उदयपुर के निकट स्थापित महाराणा प्रताप खेलगांव में बनाया जाना चाहिए। इससे विश्व पर्यटन के मानचित्रा पर स्थित उदयपुर और आस-पास के क्षेत्रा को लाभ होगा।
उन्होंने उदयपुर में निर्माणाधीन प्रताप गौरव केन्द्र के बारे में भी अवगत करवाया। डॉ. महेश शर्मा ने कटारिया के सुझाव पर सहमति व्यक्त करते हुए आश्वासन दिया कि 20 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले इस स्टेडियम की स्वीकृति यथाशीघ्र जारी की जाएगी।
राष्ट्रीय झील संरक्षण कार्यक्रम में चार झीलों के कार्य मंजूर हो
केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री प्रकाश जावेडकर के साथ भेंट में कटारिया ने बताया कि राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत् उदयपुर संभाग की चार महत्वपूर्ण झीलों उदयपुर एवं गौवर्द्धन सागर, राजसंमद और डूंगरपुर के गेपसागर झील के जीर्णोद्धार, सुदृढ़ीकरण एवं नवीनीकरण के कार्य शीघ्र ही मंजूर किए जाए।
उन्होंने बताया कि उदयसागर के लिए 48 करोड़ रुपए और गोवर्द्धन सागर के लिए 10 करोड़ रुपए के प्रस्ताव केन्द्र को भेजे गए है। इसी प्रकार गेपसागर, डूंगरपुर और राजसंमद झील के प्रस्ताव भी केन्द्र में विचाराधीन है।
पुरोहितों का तालाब बॉयो-डाईबर्सिटी पार्क
कटारिया ने केन्द्रीय मंत्री को राष्ट्रीय राजमार्ग-आठ पर झीलों की नगरी उदयपुर के निकट नवनिर्मित टनल से सटे पुरोहितों का तालाब के पास मिले सघन वन में विकसित वन जैव विधिता (बार्यो-डाईवर्सिटी) पार्क के लोकार्पण के लिए भी आमंत्रित किया।
उन्होंने बताया कि इस खूबसूरत पार्क के चारों ओर डेढ किलोमीटर लम्बी चार दिवारी का निर्माण भी पूर्ण हो चुका है। इस पार्क के कारण उदयपुर में एक और टयूरिज्म डेस्टीनेशन उभर रहा है।कटारिया ने अपने दिल्ली प्रवास में केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से भी शिष्टाचार भेंट की।