अजमेर। राजस्थान में जेल प्रहरी परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के कारण निरस्त हो गई है। परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक मामले में अजमेर पुलिस ने गिरोह के 4 सदस्यों सहित कुल 39 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
सभी आरोपियों को अजमेर के लोहागल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट से सुबह पुलिस ने दबिश देकर पकड़ा। जेल प्रहरी परीक्षा के लिए अजमेर में करीब 44 हजार अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी। परीक्षा कुल 950 पदों के लिए प्रदेश भर में सुबह की पारी में आयोजित होने वाली थी।
परीक्षा से पूर्व ही परचा लीक होने की सूचना फेल गई। जांच में सही पाए जाने पर शाम को पुलिस अधीक्षक अजमेर नितिनदीप बिल्गगन ने इसकी पुष्टि की और परीक्षा रद्द होने के जानकारी दी।
जानकारी के अनुसार परचा लीक करने वाले गिरोह के चार सदस्यों में बब्लू, भरत, रणजीत व बलवीर का नाम बताया जाता है। ये आरोपी अजमेर, जयपुर, नागौर, झुंझुनूं, जालोर आदि जगह के बताए जाते हैं। चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। शेष हिरासत में लिए गए युवाओं में सभी अभ्यर्थी हैं।
बताया जाता है कि जेल प्रहरी परीक्षा का परचा कर्नाटक की मणीपाल टेक्नोलॉजी लिमिटेड कंपनी की लापरवाही से लीक हुआ। बताया जाता है कि कंपनी ने इस परीक्षा के लिए परचा बनवाने से लेकर उन्हें केंद्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ली थी।
बाद में उसने राजस्थान में नेटवर्क बनाकर परचे समय से पहले भेज दिए। किन्तु जिन लोगों ने प्रश्नपत्र सुरक्षित केंदो्रं पर पहुंचाने के लिए ठेका लिया था उन्हीं के ही लोगों ने प्रश्न पत्र की फोटो खींच कर उसे बेचना शुरू कर दिया। परचा वाट्सअप व अन्य नेटवर्क के जरिए लोगों तक पहुंच गया।
जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा में नकल करते एक गिरफ्तार
जेल प्रहरी परीक्षा के दौरान स्वयं के मोबाईल व्हाट्सअप पर उत्तर कुंजी सहित पूरा प्रश्न पत्र हल किया हुआ मिलने पर उत्तर प्रदेश मथुरा स्थित कस्बा सॉख मौहल्ला पून्ना चोक निवासी परीक्षार्थी महावीर सिंह पुत्र सरमन सिंह को एआईटी पुष्कर बाईपास स्थित परीक्षा केंद्र अजमेर पर गिरफ्तार किया गया। परीक्षार्थी के पास प्रश्न पत्र की हल की हुई उत्तर कुंजी उसके मोबाईल व्हाट्सअप पर मिली। क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।