जयपुर। राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा शनिवार को प्रदेश भर में राजस्थान राज्य मंत्रालियक एवं अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड की ओर से आयोजित की गई।
परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्रों पर भाग-दौड़ करते हुए पहुंचे। दरअसल परीक्षार्थियों को तय समय से डेढ़ घंटे पहले केन्द्र पर पहुंचना जरूरी था इसके चलते कई परीक्षार्थी सुबह नौ बजे ही परीक्षा केन्द्र पर पहुंच गए और वहीं पर बैठकर पढ़ाई शुरू कर दी। परीक्षा दोपहर 12 से 3 बजे तक हुई।
केन्द्र में प्रवेश से पूर्व परीक्षार्थियों की दो बार जांच की गई। बोर्ड के अध्यक्ष आरके मीणा ने कहा कि नकल रोकने के लिए आयोग ने विशेष इंतजाम किए। ड्रेस कोड से ही परीक्षार्थियों को केन्द्रों में प्रवेश दिया गया।
प्रदेश भर में पटवार परीक्षा 2798 परीक्षा केंद्र पर हुई और इसमें कुल 8 लाख 18 हजार 719 परीक्षार्थी शामिल हुए। सबसे ज्यादा 285 परीक्षा केंद्र और एक लाख 4 हजार 883 परीक्षार्थी जयपुर में थे।
परीक्षा में परीक्षार्थियों को हल्के कपड़ों में प्रवेश दिया गया। साथ ही जूते व मोजे भी खुलवा दिए। छात्राओं की भी अच्छी तरह से जांच की गई और अंगूठी, घड़ी सहित अन्य सामग्री को प्रवेश के दौरान बाहर ही रखवा दिया गया।
नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर खास इंतजाम दिखाई दिए। पुलिस जांच के अलावा परीक्षकों ने भी अभ्यर्थियों की जांच की। ब्लूटूथ और मोबाइल से नकल नहीं हो इसके लिए जैमर लगाए हैं। बाथरूम, परीक्षा केंद्र के हर कोने तक में जैमर लगा दिए गए हैं।
निजी स्कूलों के परीक्षा केंद्रों पर सरकारी कर्मचारी परीक्षक लगाए गए। जयपुर जिले में पटवारी भर्ती परीक्षा में झुंझुनूं, सीकर और अजमेर जिले एक लाख 4 हजार 883 परीक्षार्थी आए। ऐसे में शहर में हर तरफ परीक्षार्थी ही परीक्षार्थी दिखाई दे रहे थे।
बस स्टेंड व रेलवे स्टेशन पर छात्र-छात्राओं की भीड़ लगी हुई थी। शहर में 56 उपसमन्वयक और 51 सतर्कता दलों के अधिकारी केन्द्रों पर विशेष निगरानी रखे हुए थे।