बाडमेर। बच्चे नहाने के लिए यहां बरसाती तालाब पर आए थे, मगर एक-एक कर उसमें समा गए।
हादसा बाड़मेर मुख्यालय से 140 किलोमीटर दूर स्थित गिड़ा क्षेत्र के खोखसर गांव में मंगलवार दोपहर हुआ। जानकारी के मुताबिक सोमवार शाम से लगातार बारिश के बाद खोखसर गांव की खाली पड़ी डोली की जमीन पर पानी भर गया।
मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ दर्जन बच्चे नहाने वहां गए थे। अचानक पानी का ज्यादा भराव होने लगा। कुछ बच्चे तो भाग कर बाहर निकल गए लेकिन देखते ही देखते छह बच्चे पानी में डूब गए। बच्चों के डूबने की जानकारी मिलती ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रेस्कयू ऑपरेशन शुरू किया।
जानकारी के मुताबिक 6 बच्चों के शव तालाब से बाहर निकाल दिया। जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारी भी इस बीच घटनास्थल पहुंच गए। सभी बच्चों की उम्र 5 से 9 वर्ष बताई जा रही है।
प्रदेश में मूसलाधार बारिश का दौर थमने को नाम ही नहीं ले रहा। चार जिलों पाली, चित्तौड़, जालौर और भीलवाड़ा में हालात और बिगड़ गए हैं। कई इलाकों में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। कोटा में चम्बल पूरे ऊफान पर बह रही है। इसे देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। नदी के किनारे बसेे लोगों को अन्यत्र शिफ्ट किया जा रहा है।
बारां में पार्वती,परवन व कालीसिंध नदी में उफान पर है। शहर की निचली बस्तियां पानी में डूबी हुई हैं। बारिश से सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। पाली, चित्तौड़ और भीलवाड़ा जिले में रूक-रूककर बारिश का दौर जारी है। जोधपुर, बाड़मेर और जालौर जिले में जोरदार बारिश हो रही है। चित्तौड़ के बेंगू में बीते चौबीस घंटों के दौरान सबसे ज्यादा 13.3 इंच बरसात हुई।
भीलवाड़ा में जोरदार बारिश के चलते आकोला के समीप बनास नदी पर बना पुल टूटने की सूचना भी है वहीं सिंगोली में गांव में पानी भरने से सारस्वत धर्मशाला में लोगों को शिफ्ट किया गया है। उदयपुर के झाड़ोल में लगातार बारिश से झाड़ोल कस्बा टापू बन गया है।
प्रशासन ने नदी पेटे से दूर रहने की दी हिदायत दी है। मारवाड़ जंक्शन-क्षेत्र में झमाझम बारिश का दौर जारी है। इलाके के कई नदी नाले चल रहे उफान पर रहे हैं। भीलवाड़ा के मांडल-बागोर का धर्माऊ तालाब टूटने से मांडलगढ़-जहाजपुर मार्ग हुआ अवरुद्ध हो गया।
भारी बारिश से राजस्थान के पाली, जालोर, चित्तोड और भीलवाडा में हालात बिगड़े