जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई वोटिंग दोपहर एक बजे समाप्त हो गई। राजस्थान विश्वविद्यालय में 24989 छात्र मतों का प्रयोग कर रहे हैं। वोटिंग के तत्काल बाद मतगणना शुरू हो गई।
देर शाम तक परिणाम घोषित किए जाने की संभावना है। परिणाम आने के तत्काल बाद विजेता प्रत्याशियों को शपथ दिलाई जाएगी। राजस्थान यूनिवर्सिटी में 25 मतदान केन्द्र पर 95 पोलिंग बूथ बनाए गए थे।
संघटक कॉलेज महारानी कॉलेज में भी वोटिंग के दौरान छात्राओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। राजस्थान, कामर्स और महाराजा के कॉलेज के बाहर वोटरों को लुभाने के लिए प्रत्याशी और उनके समर्थक माहौल बनाते नजर आए। हालांकि इस दौरान पुलिस की सख्ती भी देखी गई।
वोटिंग समाप्त होने के बाद सभी को नतीजों को इंतजार है। विश्वविद्यालय में इस बार का मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है। एबीवीपी और एनएसयूआई को टक्कर देने के लिए मैदान में मजबूत निर्दलीय उम्मीदवार की मौजूदगी दोनों ही संगठनों के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
विवि के अलावा महारानी कॉलेज में 6 हजार 690, कॉमर्स कॉलेज में 4 हजार 160, राजस्थान कॉलेज में 3 हजार 358, महाराजा कॉलेज में 2 हजार 638 और शोध छात्र के लिए 638 मतदाता अपने मताधिकार के लिए योग्य पाए गए।
छात्रसंघ चुनावों में सुरक्षा की दृष्टि से इस बार करीब एक हजार पुलिसकर्मी और आरपीए के जवान तैनात किए गए हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी चुनावों को लेकर अपनी तरफ से भी सुरक्षा कर्मी लग रखे हैं।
राजस्थान विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद की दौड़ में 8 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें एबीवीपी के अखिलेश पारीख, अंकित धायल, अशोक कुमार कस्वां, बलराम मीणा, मोहम्मद इरफान, मुकेश कुमार शर्मा, सूर्य भारद्वाज व एनएसयूआई की त्रिशला चौधरी शामिल हैं।
महासचिव पद के लिए एबीवीपी के मोहन यादव, एनएसयूआई के मोहनदेव गुर्जर, हेमचंदकुमावत, कपिल मीणा, रितु कुमारी और टीकम चंद मीणा के सहित 6 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है।
विवि चुनाव परिणाम कहने को तो एक विवि के 38 विभागों और संघटक कॉलेजों से जुड़े है लेकिन प्रदेश का सबसे बड़ा विवि होने के कारण परिणाम पर सीधे राजनीतिक दिग्गजों की नजर है। पिछले सालों की तुलना में वोट प्रतिशत बढ़ा तो परंपरागत जातिवाद और क्षेत्रवाद समीकरण बिगड़ सकते हैं।