इलाहाबाद। शहर की बदनाम गली में हुई युवती की हत्या मामल में पुलिस 24 घंटे बाद भी हत्यारे तक नहीं पहुंच सकी। शनिवार को उसके शव का अन्त्य परीक्षण किया गया। शव लेने पहुंचे उसके माता-पिता ने कहा मेरा यह पुस्तैनी धन्धा है।
उल्लेखनीय है कि गुरूवार की रात कोतवाली थाना से महज कुछ दूरी पर स्थित बादशाहीमंडी पुलिस चौकी से कुछ ही कदमों पर देह व्यापार के धन्धे में लिप्त मीरा नामक युवती की किसी ग्राहक ने चाकू मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद भाग निकला।
वारदात के बाद मीरा को लेकर वहां के लोग जिला चिकित्सालय मोतीलाल नेहरू चिकित्सालय ले गए। लेकिन उस चौकी पर तैनात चौकी प्रभारी व पुलिस कर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। हत्या के काफी देर बाद वहीं के किसी अंशू नामक ने वारदात की सूचना पुलिस व उसके परिजनों को दी।
जब इसकी खबर आलाधिकारियों को हुई तो वह एक दूसरे पर टालते रहे। हालांकि सुबह अपर पुलिस अधीक्षक राजेश यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दिया।
सनसनी खेज वारदात में हुई पुलिसिया लारवाही के भेंट चौकी प्रभारी बादशाही मंडी चढ़ गए। जबकि सहीं मायने में यदि जांच की जाए तो कई पुलिस कर्मी नप सकते है।
हालांकि एसएसपी ने चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई किया। निर्देश दिया है कि अतिशीघ्र हत्यारे को गिरफ्तार किया जाए। पुलिस हत्या मामले में पूंछताछ करने के लिए कई सेक्स कारोबारियों को हिरासत में लिया है।
सेक्सवर्कर मीरा के शव का दो डाक्टरों की टीम ने बीडियों रिकार्डिग के साथ अन्त्य परीक्षण किया। सूचना पर पहुंचे मृतका की मां हवाजान व पिता नत्थू निवासी सौफ जिला टोंक राजस्थान को उसके शव को अन्तिम संस्कार करने के लिए पुलिस ने दिया।
मृतका के मां और पिता ने कहा कि यह कारोबार उसका पुस्तैनी है। लेकिन उसकी हत्या क्यों की गयी, यह उन्हें जानकारी नहीं है। मीरा यहां तीन माह पूर्व पैसा कमाने के लिए रामरति नामक महिला के साथ यहां आयी थी। वह तीन बहनों में दूसरे नम्बर की थी। उसकी बड़ी बहन समीना और सबसे छोटी सकीरा है।