जैसलमेर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को जैसलमेर आएंगे। यहां वह सेना एवं बीएसएफ के अफसरों के साथ बैठक करेंगे और सीमा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लेंगे। भारत-पाक के रिश्तों में आये तनाव के चलते गृह मंत्री का बॉर्डर का दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
सिंह जैसलमेर स्थित 1971 युद्ध के समय से प्रसिद्ध शक्तिस्थल तनोट माता मंदिर में विशेष पूजा और हवन में भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गुरुवार दोपहर में ही जैसलमेर पहुचने का कार्यक्रम है।
जैसलमेर पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आने का कार्यक्रम है। इसे लेकर बीएसएफ और सेना की तैयारियां चल रही हैं। साथ ही स्थानीय पुलिस भी सुरक्षा का लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है।
इसलिए महत्वपूर्ण है यह दौरा
पाक की किसी भी नापाक हरकत का मुंह तोड़ जवाब देने की पूरी तैयारी है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर तथा पंजाब सीमा क्षेत्र में भारत की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते पाकिस्तान की नापाक निगाहें पश्चिमी राजस्थान के बॉर्डर पर टिकी होने के इनपुट मिल रहे हैं। एेसे में गृह मंत्री राजनाथ सिंह स्वयं यहां आकर पाक को यह संदेश भी देना चाहते हैं कि वह इस मरुस्थलीय सीमा क्षेत्र से घुसपैठ करवाने से पहले सौ बार सोच ले।
गृहमंत्री यहां शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल के सेक्टर मुख्यालय में राजस्थान समेत चार सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों और बीएसएफ तथा अन्य सैन्य बलों के उच्चाधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करेंगे।
गृहमंत्री पश्चिमी राजस्थान के विभिन्न जिलों से पाकिस्तान से सटी सरहद का जायजा लेने के बाद जैसलमेर में सीमा चौकियों का दौरा कर सीमा सुरक्षा बल के जवानों की हौसला अफजाई करेंगे और बाद में उच्चस्तरीय बैठक लेंगे। अगले दिन शनिवार को वे बाड़मेर के मुनाबाव बॉर्डर का निरीक्षण करेंगे।
गृह मंत्री राजनाथसिंह ने लद्दाख से लेकर जैसलमेर तक की भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्रों के दौरे का कार्यक्रम बनाया हुआ है। वे पश्चिमी बॉर्डर के गंगानगर और बीकानेर से होते हुए जैसलमेर पहुंचेंगे और पड़ोसी बाड़मेर जिले के सीमा क्षेत्र का भी हवाई सर्वे करेंगे तथा जैसलमेर के बॉर्डर की बबलियानवाला व किशनगढ़ बल्ज सीमा चौकियों पर जवानों से मुलाकात कर सकते हैं।
यहां सभी सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सीमा सुरक्षा बल से लेकर राज्यों के प्रशासनिक व पुलिस तंत्र के साथ बैठक में कई अहम मसलों पर चर्चा होगी। सभी सीमा क्षेत्रों की अलग-अलग परिस्थितियों का अध्ययन करने के बाद जैसलमेर में सीमा के सबसे लम्बे अंतिम छोर पर इस विचार मंथन में सीमा को अभेद्य बनाने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण सूत्र निकल कर आने की उम्मीद है।
भारत-पाक बॉर्डर की मौजूदा भौगोलिक स्थिति
– 1070 किमी लम्बी सीमा है राजस्थान की पाक से सटी हुई
– 471 किमी लम्बी है जैसलमेर जिले की पाक से सटी सीमा
– 232 किमी लम्बी है बाड़मेर जिले की पाक से सटी सीमा