जयपुर। राजस्थान विधानसाा में शुक्रवार को स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि स्मार्ट नगरपालिका के निर्माण में सभी का सहयोग जरुरी है। उन्होंने कहा कि नगरपालिकाओं को और सशक्त करने के लिए उन्हें स्वयं के आय स्रोतों का सृजन करना होगा।
‘शून्यकाल के दौरान इस संबंध में उठाए गए मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए शेखावत ने कहा कि यह सही है ज्यादातर छोटी नगरपालिकाएं आर्थिक संकट से गुजर रही हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्वायत्तशासी संस्थाओं को सशक्त करने की आवश्यकता है। लेकिन ये संस्थाएं ताी सशक्त होगी जब वे वित्तीय संसाधनों के लिए किसी और पर निर्भर नहीं होकर स्वयं वित्तीय संसाधन सृजित करने की व्यवस्था करें।
उन्होंने बताया कि कानोड नगरपालिका में वर्ष 2015-16 में दो करोड़ 82 लाख रुपए विभाग से स्थानान्तरित हुए है। भिण्डर नगरपालिका की जनसंख्या 17 हजार 870 है तथा प्रति व्यक्ति आय भी कम है।
भिण्डर नगरपालिका में पिछले वर्ष दो करोड़ रुपए तक की राशि दी गई जिसे आगामी वर्षों में चार करोड़ रूपए तक ले जाया जाएगा। लेकिन स्मार्ट नगरपालिका की अवधारणा के लिए नगरपालिका को स्वयं के आय स्रोतों का भी सृजन करना होगा।
उन्होंने कहा कि नगरपालिका में कर्मचारियों के वेतन के लिए चुंगी के अनुदान की तरफ नहीं देखा जाना चाहिए है यह केवल एक ग्रांट है। इस ग्रांट के अनुदान पर सशक्तिकरण लंबे समय तक नहीं किया जा सकता।
जिस अनुपात में विभाग द्वारा नगरपालिकाओं को दी जाने वाली राशि बढी है, उसी अनुपात मेें नगरपालिकाओं को भी अपने आय के स्रोतों को बढ़ाना होगा। उन्होंने आश्वस्त किया, सरकार की मंशा है कि नगरपालिकाओं का सशक्तिकरण हो लेकिन विकास की अवधारणा में साी का सहयोग जरुरी है।