पणजी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि फिल्मों ने उनकी जिंदगी पर एक प्रभाव छोड़ा है और फिल्मों में दिखाई जाने वाली नायकों की अदभ्य भावना अनुकरणनीय है।
उन्होंने यहां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव आईएफएफआई के समापन समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा कि फिल्म के संवाद, गाने और कलाकारों का दर्शकों की जिंदगी पर एक साफ असर होता है।
मेरे पास भी फिल्मों का एक संग्रह है जिन्हें मैं देखा करता था। इन फिल्मों, खासकर नायकों की अदभ्य भावना का मेरी जिंदगी पर प्रभाव पड़ा और यह ऐसी चीज है जिसका हमें अनुकरण करना चाहिए।
2004 के एथेंस ओलंपिक में डबल ट्रैप शूटिंग का रजत पदक जीतने वाले राठौड़ ने कहा कि देशभक्ति हमेशा से भारतीय फिल्मों का एक प्रमुख पहलू रही है। उन्होंने कहा कि पहले सैनिकों पर फिल्में बनती थीं और अब खिलाडिय़ों पर फिल्में बनती हैं।
केंंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय फिल्म निर्माता अपनी कला को लेकर अनुभवी हैं और उनकी दुनिया भर में प्रशंसा होती हैं।
उन्होंने कहा कि वे जिस तरह की फिल्मों का निर्माण करते हैं, वह सराहनीय है। ‘थ्री इडियट्स’ जैसी हमारी फिल्में कोरिया जैसे देश में भी पसंद की जाती हैं। राठौड़ ने कहा कि हमारे कलाकार हॉलीवुड में भी काम कर रहे हैं। हमें इसपर गर्व होना चाहिए।