अजमेर। राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी के मन का शिक्षक बुधवार को उस समय जाग उठा जब वह स्कूल की छात्राओं के बीच बैठ कर उनसे बतियाने लगे।
विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर विशेष योग्यजन बच्चों की रैली को रवाना करके देवनानी राजकीय केन्द्रीय बालिका स्कूल में आयोजित समारोह में पहुंचे।
सभागार में आयोजित समारोह में सीधे नहीं पहुंचकर कक्षा में बैठी अन्य छात्राओं के बीच पहुंचे और देवनानी उनसे एक शिक्षक के रूप में बतियाने लगे।
उन्होंने बालिकाओं को पढ़ाई के दौरान आ रही परेशानियों के बारे में खुल कर अपनी बात उनके सामने रखने को कहा तथा उनसे अन्य शैक्षिक गतिविधियों के बारे में भी बातचीत की।
इस पर बालिकाओं ने कहा कि इस बार बोर्ड परीक्षा में मेरिट लिस्ट में हमारे स्कूल का नाम भी आना चाहिए। उल्लेखनीय है कि देवनानी मूलत: शिक्षक रहे हैं तथा उदयपुर के एक तकनीकी महाविद्यालय के प्राचार्य के पद से सेवानिवृत हुए हैं।
विशेष योग्यजन बच्चों की रैली को दिखाई हरी झंडी
शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने विश्व विकलांग दिवस पर विशेष योग्यजन बच्चों की रैली को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। देवनानी ने इस अवसर पर कहा कि विशेष योग्यजन बच्चों को किसी की दया की आवश्यकता नहीं है, ये स्वयं अपने बलबूते आगे बढ़ सकते हैं। राज्य सरकार इनके लिए हर संभव सहायता देने के प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि ऎसे बच्चों में मनोबल एवं आत्मसम्मान काफी मिलता है। सूचना केन्द्र के बाहर से विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से सर्वशिक्षा अभियान के तहत आयोजित की गई रैली के प्रारम्भ में दो विशेषजन नन्हें बच्चों द्वारा उनका माल्यार्पण कर स्वागत करने पर देवनानी ने दोनों को अपनी गोद में उठाया और प्यार से इनसे बातचीत की।