पटना। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष एवं राज्य के शिक्षा एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान के उस बयान की कटु आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतीयों के ज्यादा दाल खाने के कारण ही देश में दाल का संकट खड़ा हो गया है।
डॉ चौधरी ने कहा कि वास्तव में दाल की पैदावार देश में कम हो गई है तथा केन्द्रीय खाद्य मंत्री को देश में दाल के उत्पादन में बढ़ोत्तरी का प्रयास करना चाहिए, लेकिन केन्द्र सरकार देश की जनता को दाल के उपयोग से वंचित करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि 2014 के लोक सभा चुनाव के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सारे देश में घूम-घूम कर खाद्य पदार्थों की महंगाई कम करने, भ्रष्टाचार समाप्त करने, सत्ता में आने के 100 दिनों के भीतर कालाधन वापस लाने, प्रत्येक वर्ष दो करोड़ युवाओं के लिए रोजगार का सृजन करने एवं जनता के अच्छे दिन लाने का वादा किया था।
केन्द्र में सरकार बनने के 20 महीने के बाद भी केन्द्र सरकार ने एक भी वादे पूरे नहीं किए और आज सारे देश की जनता उनके झूठे वादों से अवगत हो गई है।
उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान को देश में दाल की पैदावार को बढ़ाने तथा इसके उचित वितरण की व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करना चाहिए न कि जनता को दाल के उपयोग से वंचित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा, मध्य प्रदेश के झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट, झारखण्ड के लोहरदग्गा विधान सभा सीट तथा गुजरात एवं छत्तीसगढ़ के पंचायत चुनावों में लगातार हार का सामना कर रही है।