रामगढ़। जब खुद का पेट न भरता हो तो नवजात बच्चे की परवरिश बेचारी मां कैसे करे। नतीजा हालात के आगे मजबूर होकर एक मां ने 1500 रुपए में अपने बच्चे को बेच दिया।
यह घटना घाटो थाना क्षेत्र के बसंतपुर पंचायत के बिरहोर टोले में 10 जुलाई को घटी। जब प्रशासन के सामने यह मामला आया तो मांडू प्रखंड का प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ। इसके बाद प्रशासन के दबाव में उसे उसका बेटा वापस करवाया गया।
गौरतलब है कि घाटो थाना क्षेत्र की 41 वर्षीय विधवा बिरहोर महिला ने 8 जुलाई को एक पुत्र को जन्म दिया। विधवा आनो देवी के पति की मौत 8 वर्ष पहले हो चुकी है।
कुछ दबंगों ने उस विधवा का यौन शोषण किया गया। जिसके बाद वह गर्भवती हो गई। इसके बाद उसका बेटा हुआ। बेटे के जन्म के बाद उसके लिए उसे पालना मुश्किल हो गया।
मजबूर होकर 10 जुलाई को 1500 रूपए में उसने नवजात पुत्र को बेच दिया। बाद में जिला प्रशासन के दबाव के बाद उसे मंगलवार को बच्चे को सौंपा गया। सिमरिया के केदार साव ने मंगलवार को बच्चे को विधवा आनो देवी को वापस कर दिया।
इस दौरान बसंतपुर पंचायत के मुखिया निर्मल महतो ने आनो देवी को सहयोग का भरोसा दिलाया। मामले की जानकारी मिलने पर जिला परिषद की उपाध्यक्ष सरिता देवी ने बिरहोर टोला पहुंच कर आनो देवी को हर सरकारी सुविधा दिलाने का आश्वासन दिया।