नई दिल्ली। बीजेपी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने देश के शीर्ष संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखने के संकल्प के साथ देश के अगले राष्ट्रपति पद के लिए शुक्रवार को नामांकन-पत्र दाखिल कर दिया।
कोविंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, भाजपा के सहयोगी दलों और कोविंद का समर्थन कर रहे दलों की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया।
कोविंद ने नामांकन की तीन प्रतियां जमा कीं और कहा कि नामांकन की एक और प्रति वह 28 जून को दाखिल करेंगे।
भाजपा के पूर्व सांसद कोविंद ने नामांकन भरने के बाद मीडिया से कहा कि 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें बिहार का राज्यपाल नियुक्त किए जाने के बाद से उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं है।
कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपति काफी गरिमापूर्ण पद है। मेरी कोशिश होगी कि राष्ट्रपति पद को दलगत राजनीति से ऊपर रखा जाए। मैं वादा करता हूं कि इस पद की गरिमा बनाए रखने के लिए मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगा। हमारे देश में संविधान सर्वोपरि है। इसकी संवैधानिता बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।
17 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए कोविंद का सामना विपक्षी दलों की संयुक्त उम्मदीवार मीरा कुमार से होगा, जो 27 जून को नामांकन करेंगी।
कोविंद ने कहा कि कुछ महीनों में हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं, ऐसे में देश का निरंतर विकास होता रहे। हम इसके प्रयास करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्व में इस पद को कई लोगों ने सुशोभित किया है, जिसमें डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. राधा कृष्ण और ए.पी.जे अब्दुल कलाम जैसे भावानुमान हुए।
कोविंद ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नामांकन किया। दूसरे घटक दलों ने भी मेरा समर्थन किया। इसके लिए सभी का हृदय से आभारी हूं।
कोविंद के नामांकन भरने के दौरान उपस्थित अन्य शीर्ष नेताओं में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं।
नायडू ने इस अवसर पर कहा कि कोविंद राष्ट्रपति पद के लिए बिल्कुल सही उम्मीदवार हैं और राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष की हार होगी।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतों की गणना 20 जुलाई को होगी। देश के मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है।