हिसार। बरवाला में पिछले एक सप्ताह से चल रहे नाटक को बुधवार रात करीब साढे नौ बजे पटाक्षेप हो गया। रामपाल को पुलिस ने रात को बरवाला स्थित उसके सतपाल आश्रम से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा पुलिस उसके 250 समर्थकों को भी गिरफ्तार किया गया है।
18 दिन की लुकाछुपी, 50 करोड़ से ज्याद खर्च, छह जानें के बाद ऑपरेशन कामयाब हुआ। अब रामपाल पर हत्या के मामले के अलावा देश के साथ युद्ध छेडने का मामला भी दर्ज किया गया है।
हरियाणा पुलिस ने बुधवार सवेरे से फिर से सतलोक आश्रम से रामपाल के समर्थकों को निकालकर बरवाला से बाहर भेजने का उपक्रम किया। इस बीच हरियाणा सरकार ने केन्द्र सरकार से केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों की भी मांग कर दी थी। शाम को सीआरपीएफ का दल भी पहुंच गया। इस बीच पुलिस ने रामपाल समर्थकों समेत उसके भाई को भी शाम तक गिरफ्तार कर लिया था।
रात करीब साढे नौ बजे रामपाल ने गिरफ्तारी में ही भलाई समझते हुए खुदको पुलिस के हवाले कर दिया और पुलिस उसे गिरफ्तार करके एंबुलेंस से आश्रम से चंडीगढ की ओर ले गई। गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को रामपाल को हिसार न्यायालय में पेश किया जाएगा। इसके बाद 21 नवम्बर को हत्या के जिस आरोप में उसे न्यायालय में पेश किया जाना था, उसमें न्यायालय में पेश करेंगे।
आश्रम सीआरपीएफ के हवाले
रामपाल की गिरफ्तारी तक आश्रम में करीब दस हजार समर्थक थे। उसकी गिरफ्तारी के बाद हरियाणा पुलिस ने रामपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसके सतलोक आश्रम को सीआरपीएफ के कब्जे में सौंप दिया। इधर हरियाणा के मुख्यमंत्री खटटर ने इसे सरकार की बडी उपलब्धि बताते हुए कहा कि न्यायालय के आदेशों की पालना करनी थी, इस कारण सरकार ने आॅपरेशन चलाकर रामपाल को गिरफ्तार किया।