लखनऊ। मां-बेटी से यौन शोषण के आरोप में जेल में कैद पूर्व परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मेहमान नवाजी बड़े गुपचुप तरीके से हो रही हैं। जिसकी भनक ऊपर बैठे अधिकारी और नयी सरकार को न लग जाए। इस आवभगत से मंत्री खुद को कैदी नही बल्कि मेहमान समझ रहे हैं और उनके कारिंदे उनकी सेवा कर रहे हैं।
गौरतलब है प्रदेश सरकार से मदद न मिलने पर पीड़ित महिला ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जहां उसने यह बताया कि प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके समर्थकों ने उसके साथ दुष्कर्म कर वीडियों बनाया है तो वहीं बेटी से छेड़छाड़ की हैं।
मामले को गंभीरता से लेकर सर्वोच्च न्यायलय ने यूपी सरकार को फटकार लगाया और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच के निर्देश दिए। हरकत में आयी गौतमपल्ली थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 15 मार्च को आरोपी गायत्री समेंत उनके समर्थकों को जेल भेज दिया। वह 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में हैं।
जेल में चोर उचक्कों की बैरिक में कैदी बन कर रह रहे मंत्री की आवभगत के लिए उनके चेले जेल के चक्कर काट रहे हैं। जेल सूत्रों की माने तो मंत्री के सह आरोपी निजी सचिव रूपेश उर्फ रुपेश्वर, बिजनेस पार्टनर विकास वर्मा और अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह ने देखभाल और अन्य व्यवस्थाओं की कमान संभाल रखी है।
मंत्री के खाने से लेकर सोने और दैनिक दिनचर्या में आने वाली व्यवस्थाओं को वही लोग संभाल रहे हैं। जबकि जेल में तैनात कई जेल पुलिस कर्मी भी उनकी मदद कर रहे हैं।
इस मामले में जेल अधीक्षक से पूछा गया तो उन्होंने इस बात का खंडन करते हुए कहा है कि जेल में आने वाले सभी कैदी एक सामान है। जिस तरह हर कैदी जेल में रखा गया है वैसे ही मंत्री को भी रखा जा रहा हैं।