लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अखिलेश सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति को पुलिस ने लखनऊ के आशियाना इलाके से बुधवार भोर में गिरफ्तार कर लिया है। मेडिकल के बाद जिला कोर्ट में पेश किया गया, जहां 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया गया है।
ज्ञात हो कि 49 साल के गायत्री प्रजापति पर एक महिला ने गैंगरेप और बेटी की उत्पीड़न का आरोप लगाया था। सामूहिक बलात्कार के आरोप में सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया था।
एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही प्रजापति फरार चल रहे थे। प्रजापति को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने छह टीमों को लगाया था। यूपी पुलिस के डीआईजी जावीद अहमद ने बताया कि प्रजापति लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे।
प्रजापति पर पर जमीन कब्जे, खनन घोटाले, आय से अधिक सम्पत्ति, बलात्कार और मारपीट के कई आरोप लग चुके हैं। इन्हीं आरोपों की वजह से वे मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये गये थे, लेकिन मुलायम सिंह यादव के दबाव में अखिलेश ने गायत्री को वापस लिया।
पुत्र मोह का हथकंडा आया काम, 16 दिनों से फरार गायत्री प्रजापति अरेस्ट
सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद अमेठी से टिकट पाने में भी गायत्री कामयाब रहे। प्रजापति इस बार विधानसभा का चुनाव हार चुके है। चुनाव आयोग में दाखिल किए गये हलफनामें के अनुसार प्रजापति ने पिछले पांच साल में छह गुन्ना संपत्ति अर्जित की है।
प्रजापित के पास कुल 10.02 करोड़ रुपए की चल व अचल सम्पत्ति है। जिसमें से 6.89 करोड़ उनके और 3.13 करोड़ उनकी पत्नी के नाम पर है। 2012 में दाखिल किये गये हलफनामें के अनुसार उनके पास 1.72 करोड़ रुपए की सम्पत्ति थी।
करा ले नार्को टेस्ट सच का पता चल जाएगा
न्यायिक हिरासत में जेल जाते समय गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति का कहना है कि मेरा नार्कां टेस्ट करा ले और अपने आप सच का पता चल जाएगा। उन्होंने कहा है कि उन्हें इस केस में फर्जी फंसाया जा रहा हैं।
जेल जाते वक्त पत्रकारों के पूछे गए सवालों पर आरोपी मंत्री ने कहा है कि पूरे घटना क्रम और मेरा नार्कों टेस्ट करा लिया जाए अपने-आप दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। हालांकि कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया हैं।
जलवा अभी बरकार
गायत्री प्रसाद प्रजापति के गिरफ्तारी के बाद राजधानी पुलिस भले ही अपने आप को किसी भी प्रकार से सही ठहरा रही हों, लेकिन वह कही न कही सवालों के घेरे फंस जा रही है। ताजा मामले में पुलिस उस वक्त फंस गई जब गायत्री प्रसाद को लग्जरी कार से जेल ले जाया गया।
साक्ष्यों के आधार पर गायत्री पर होगी विवेचना
एडीजी लॉ एण्ड आर्डर दलजीत चौधरी ने कहा है कि गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब है कि राजधानी पुलिस की ढूलमुल रवैये के चलते आखिरकार बुधवार को आशियाना इलाके से आरोपी को दबोच लिया गया। कोर्ट में पेशी के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इस मामले के बाद एडीजी लॉ एण्ड आर्डर ने अपना बयान दिया और कहा है कि पुलिस ने इस मामले में जो भी साक्ष्य जुटाया गया हैं उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। जिसके आधार पर आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
पुलिस भी रही लचर
पीड़ित परिवार ने बताया कि जिस वक्त सर्वोच्च न्यायलय ने आरोपी गायत्री की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। तो वहीं वह अपने क्षेत्र अमेठी में जनसभा करता रहा और पुलिस उसे गिरफ्तार तक नही कर सकी थी।
सरकार बदलते ही अपनी साख बचाने के लिए राजधानी पुलिस ने यह कार्यवाही की हैं। जबकि मेरे व बेटी के 164 के तहत बयान देने के बाद अब पुलिस साक्ष्यों के आधार पर जांच की बात कह रही हैं, जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा वह सुप्रीम कोर्ट के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रहेगी।