नई दिल्ली। यूपी सरकार के मंत्री गायत्री प्रजापति ने अपने खिलाफ रेप के एक मामले मे सुप्रीम कोर्ट के एफआईआर दर्ज करने के आदेश को वापस लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। प्रजापति ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग की है।
उन्होंने याचिका में कहा है कि कोर्ट ने फैसला देते समय उनका पक्ष नहीं सुना । इसलिए उनकी गिरफ्तारी से पहले उनका पक्ष सुना जाए। आपको बता दें कि 17 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार के परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ रेप के एक मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था।
कोर्ट ने यूपी पुलिस से 8 हफ्ते में जांच रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था। सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने कहा कि महिला ने शिकायत करने में देरी की। इसलिए एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी। तब कोर्ट ने कहा कि ऐसे संवेदनशील मसले में आपने एफआईआर दर्ज करने में देरी क्यों की।
कोर्ट ने यूपी सरकार की दलील को ठुकरा दिया। पीड़ित महिला समाजवादी पार्टी की कार्यकर्ता है। उसके मुताबिक गायत्री प्रजापति ने 2014 से जुलाई 2016 तक 2 साल उसके साथ लगातार रेप किया। प्रजापति और उनके सहयोगियों ने कुछ मौकों पर उसके साथ सामूहिक रेप भी किया।
जब प्रजापति ने उसकी 14 साल की बेटी के साथ बलात्कार की कोशिश की तब उसने पुलिस में शिकायत की। कोई कार्रवाई न होने पर उसने 7 अक्टूबर 2016 को प्रदेश के डीजीपी से भी शिकायत की लेकिन वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब उसने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
रेप आरोपी गायत्री प्रजापति की गिरफ्तारी सम्भव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज होने के बाद सोमवार को पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं मुख्यमंत्री के अमेठी में जनसभा के दौरान गायत्री प्रजापति मौजूद रहे।
अपर पुलिस महानिदेशक लॉ एंड आर्डर दलजित चौधरी ने निर्देश देते हुए कहा कि गौतमपल्ली थाने पर गायत्री प्रजापति के खिलाफ एक महिला के साथ उत्पीड़न करने व बलात्कार करने का मुकदमा पंजीकृत हुआ है।
इसमें गौतमपल्ली पुलिस के लापरवाह रवैये की शिकायत मिलने पर समूचे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी आलमबाग अमिता सिंह को दे दी गई है। क्षेत्राधिकारी आलमबाग अमिता सिंह ने कहा कि मामले में महिला पक्ष का बयान लेते हुए जांच शुरू कर दी गई है।
न्यायालय का भी आदेश है और जल्द से जल्द पुलिस टीम आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे। बता दें कि अमेठी में समाजवादी पार्टी के सिम्बल पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे गायत्री प्रजापति के खिलाफ दो दिन पूर्व में न्यायाालय के निर्देश पर गौतमपल्ली थाना पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया था।
इसके बाद माना जा रहा था कि गायत्री की गिरफ्तारी सम्भव है लेकिन पुलिस की लापरवाही को देखते हुए पुलिस मुख्यालय से महिला से गैंगरेप के आरोपी गायत्री के मामले की जांच क्षेत्राधिकारी स्तर से कराने का निर्देश दिया गया है।