भोपाल। जबलपुर से भोपाल आ रही ओवरनाइट ट्रेन में सोमवार तडक़े साढ़े तीन बजे तीन वकीलों ने दस साल की नाबालिग लडक़ी के साथ इटारसी रेलवे स्टेशन के पास बलात्कार करने की कोशिश की।
पीडि़त लडक़ी स्केटिंग में राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी बताई जा रही है, जिसे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सम्मानित कर चुके हैं। आरोपियों में से एक पीयूष दुबे के पिता खंडवा में परिवार न्यायालय में जज हैं। जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, इटारसी जीआरपी थाना प्रभारी कुलदीप खत्री ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि ओवरनाइट एक्सप्रेस (11472) के कोच एस-9 में सफर कर रहे इंदौर निवासी पीयूष पिता शंभूदयाल दुबे (37), महिराज पिता सुरेंद्र सिसौदिया (35) सहित रीवा निवासी आलोक पिता प्रकाश मिश्रा (35) सफर कर रहे थे। तीनों ने शराब पी रखी थी।
जब ट्रेन पिपरिया और इटारसी के बीच थी तभी शराब के नशे में पीयूष उसी कोच में एक बर्थ पर सो रही एक नाबालिग किशोरी के बगल में लेट गया और अश्लील हरकत कर रहा था। लडक़ी की नींद खुलने पर उसने शोर मचाया। किशोरी के परिजन और अन्य यात्री जाग गए।
इसके बाद पीयूष और उसके साथ मौजूद आलोक और महिराज की जमकर पिटाई की। पिटाई इतनी जबरदस्त थी कि पीयूष की बाईं आंख में चोट लग गई। जैसे ही ट्रेन तडक़े 3.30 बजे इटारसी स्टेशन के प्लेटफार्म 3 पर रुकी लोग आरोपियों को पकडक़र पीटते हुए जीआरपी थाने लेकर आए।
पेप्सी-कोला की बोतलों में पी रहे थे शराब
पीडि़ता की मां ने बताया कि आरोपी ट्रेन में पेप्सी और कोला की बोतलों में भरी शराब पी रहे थे। हमने जब आरपीएफ के जवानों से शिकायत की तो उन्होंने आरोपियों से आईडी दिखाने को कहा, लेकिन वे आनाकानी करते रहे और उनमें से एक ने आईडी दिखाई जो पीयूष दुबे की थी।
मां ने बताया, ‘मेरी बच्ची के साथ ट्रेन में हरकतें कर रहे थे और आरपीएफ के गनमैन मूकदर्शक बनकर उनसे 20 रुपए लेकर चलते बने। यदि हमारे परिवार वाले वहां दूसरो डिब्बों में नहीं होते तो वह मेरी बेटी के साथ गलत हरकत कर देते।’