कानपुर। कानपुर के चकेरी थानाक्षेत्र में एक छात्रा ने बदनामी के डर से फांसी लगाकर जान दे दी। इससे पहले छात्रा ने लखीमपुर थाने में तैनात थानाध्यक्ष के बेटे पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर चकेरी थाने में तहरीर दी थी।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरु की तो मामला प्रेमप्रंसग का निकला। जिसके बाद छात्रा ने बदनामी के डर से खुदकुशी कर ली। उधर परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी ने पुलिस के खौफ के चलते मौत को गले लगाया है।
श्यामनगर में रहने वाली मनोरमा ने बताया कि कुछ साल पहले पति की बीमारी से मौत हो गई। जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी। दो बच्चों का पेट पालने के लिए उन्होंने नौकरी की।
उनकी बड़ा बेटा शिवा प्राइवेट नौकरी करता है जबकि छोटी बेटी आरजू बारहवीं की छात्रा है। उनका कहना है कि बेटी ने यह बताया कि पड़ोस में रहने वाले व लखीमपुर थाने में तैनात एसओ के बेटे जीतेश संखवार ने उसके साथ गंदा काम किया और किसी को न बताने की धमकी दी थी।
लेकिन डरी सहमी बेटी ने आकर पूरी आपबीती घर पर बता दी। इस घटना की रिपोर्ट कराने वह बेटी को लेकर थाने पहुंची और एसओ के बेटे के खिलाफ थाने में दुष्कर्म की तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर लेकर जांच शुरु कर दी।
पुलिस के मुताबिक मामला प्रेमप्रसंग का निकला जिसके लिए पुलिस ने युवती से पूछतांछ भी। कहीं भेद न खुल जाए जिसके चलते छात्रा ने शुक्रवार को कमरे में चादर से फांसी का फंदा बनाकर पंखे के कुंडे से लटक कर जान दे दी।
घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
वहीं मृतका की मां ने यह आरोप लगाया है कि बेटी ने पुलिस की डर से आत्महत्या कर ली है। जबकि एसओ के बेटे ने दुष्कर्म किया थां उन्होंने बताया कि बेटी को न्याय दिलाने के लिए वह मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाएगी।