कानपुर। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर आजम खान विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं। बेलगाम बयानबाजी के बूते सुर्खियां बटोरने वाले आजम खान एक बार फिर विवादों में हैं।
मामला कानपुर का है जहां आजम खान एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे, इसी दौरान एक मुस्लिम महिला अपनी रेप की शिकायत लेकर आजम खान के पास गई। शिकायत सुनने के बाद उन्होंने कहा कि अगर वह इस बदनामी को इतनी शोहरत देगी तो दुनिया को अपनी शक्ल कैसे दिखाएगी।
इस बयान के बाद पीड़िता ने कहा कि वह बहुत उम्मीद लेकर आई थीं, लेकिन ऐसे व्यवहार के बाद वह कभी आजम खान से नहीं मिलेंगी।
रेप पीडि़ता ने कैबिनेट मंत्री आजम खान से पुलिस की शिकायत की थी और उसकी परेशानी न सुनने की बात भी कही थी। जब आजम एक समारोह में उपस्थितों को संबोधित कर रहे थे तो इसी दौरान पीडि़ता ने ज्ञापन देने का प्रयास किया। मगर पीडि़ता को मंत्री आजम खान के पास नहीं जाने दिया गया।
ऐसे में पीडि़ता मंच के समीप जाने पर हंगामा करने लगी। हंगामा होता देख मंत्री आजम खान ने स्टेज से कहा कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है लेकिन बात कुछ गंभीर जरूर है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वे महिला का ज्ञापन जरूर लेंगे।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस महिला ने अच्छी लोकप्रियता हासिल कर ली है। उसकी शिकायत बड़ी बदनामी की शिकायत है। यदि इस तरह की बदनामी को वे इतना महत्व देंगी और इतनी लोकप्रियता देंगी तो जमाने को शक्ल कैसे दिखाऐंगी।
मंत्री आजम खान के ऐसा कहते ही भीड़ में मौजूद लोग तालियां पीटने लगे और जोर-जोर से हंसने लगे।
आजम खान के इस तरह के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रमुख लक्ष्मीकांत वाजपेयी द्वारा यह भी कहा गया कि यदि महिला आजम के पास गई ही थी तो उन्हें ज्ञापन लेना चाहिए था। सार्वजनिक टिप्पणी करने से उन्हें बचना चाहिए था।
उल्लेखनीय है कि आजम को ज्ञापन देने आई महिला ट्रेन में गैंग रेप की शिकार थी। महिला ने पुलिस में प्रकरण दर्ज करवाने का प्रयास किया मगर पुलिस ने इस मामले में छेडछाड़ का प्रकरण दर्ज कर दिया। जिसके बाद महिला ने कहा कि उसके साथ दुष्कर्म करने वाले खुले घूम रहे हैं। इस महिला को केस वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है।