जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट आजकल उन्हें घास नहीं डाल रहे इसलिए वे अपनी खीज मिटाने के लिए भाजपा के खिलाफ झूठी बयानबाजी कर रहे हैं। गहलोत पायलट के सामने असहाय से हो गए हैं इसीलिए वे कह रहे हैं कि जो लोग छूट गए उन्हें भी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में लिया जाए।
राठौड़ ने एक बयान में कहा है कि प्रशासनिक निकम्मेपन का सर्टिफिकेट तो गहलोत को जनता ने उनके नेतृत्व में लड़े गए विधानसभा चुनाव में ही दे दिया। उसके बाद लोकसभा और स्थानीय निकाय चुनाव में भी प्रदेश की जनता ने बता दिया कि निकम्मा कौन है। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जिस मुफ्त दवा के बंद होने की गहलोत बात कर रहे हैं, उसका हमारी सरकार ने बजट बढ़ाया है।
गहलोत सरकार के समय जो बजट मुफ्त दवा योजना का 255 करोड़ रुपए था, वह हमारे समय में 298 करोड़ हो गया है। हम प्रदेश में मुफ्त दवा गुणवत्तापूर्ण देंगे, इसके लिए एक विशेषज्ञों का दल अध्ययन कर रहा है। और वैसे भी यह योजना उनकी नहीं है। मुफ्त दवा तो अस्पतालों में बहुत पहले से ही मिलती आ रही है।
गहलोत ने तो झूठ बोलने में रिकार्ड बना लिया है इसीलिए वे कह रहे हैं कि पेंशन बंद हो गई और किसानों को बिजली नहीं मिल रही जबकि सच्चाई यह है कि लोगों को पेंशन भी मिल रही है और किसानों को पहले से अधिक बिजली।
राठौड़ ने कहा कि इससे ज्यादा शर्म की और क्या बात होगी कि जिसके नेतृत्व वाली सरकार के आधा दर्जन मंत्रियों पर गंभीर अपराधिक प्रवृति के आरोप लगे हों, वही गहलोत आज प्रदेश में कानून और व्यवस्था की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सदस्यता अभियान को नौटंकी बताने वाले गहलोत इस बात का जवाब देते तो अच्छा होता कि लोग उनकी पार्टी से क्यों नहीं जुड़ना चाह रहे। क्यों देश की जनता ने कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की ठान ली है।