अजमेर। प्रसिद्ध उद्योगपति आर के मार्बल के इशारे पर पीडि़त पीरदान सिंह के भाई द्वारा दर्ज करवाए गए मुकदमों में न्याय एवं सीबीआई जांच की मांग को लेकर लम्बे समय से संघर्ष कर रहे पीरदान सिंह राठौड़ दंपती का कलेक्ट्रेट के बाहर फुटपाथ पर अनशन जारी है।
जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के चिकित्सों की एक टीम बस स्टेंड पुलिस चौकी के जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचकर पीरदान सिंह एवं उनकी पत्नी कैलाश कवंर के स्वास्थ्य संबंधी जांच की।
पीरदान सिंह राठौड़ करीब तीन महीने से कलेक्टर के बाहर सुबह से लेकर शाम तक सत्याग्रह पर बैठकर अपनी मांगें मनवाने के लिए संघर्ष रहा है, लेकिन उसके बाद भी उससे न्याय नहीं मिला तो उसने अपनी शिक्षित बेटियों का भविष्य को बचाने के लिए गुरुवार से दिसम्बर माह की कड़ाके की ठंड में फिर से अनशन शुरू कर दिया।
पीडि़त पीरदान के समर्थन में आए अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवत्ता मुकुल मिश्रा ने कहा कि आर के मार्बल एवं पीरदान सिंह के भाइयों द्वारा दर्ज करवाए झूठे मुकदमों में करीब 5 साल पांच सालों से संघर्ष कर रहे पीरदान सिंह प्रताडि़त होकर बर्बाद हो चुका है।
सरकार व राजस्थान पुलिस आरके मार्बल के अशोक पाटनी, विमल पाटनी के दबाव में पीरदान सिंह को न्याय नहीं दे पा रही है न ही उक्त मामलों की प्रकरणों की सीबीआई जांच करवाई जा रही है। मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में महिला मुख्यमंत्री है, आईपीएस महिला, जिला कलक्टर महिला होते हुए भी पीरदान सिंह की दो निर्दोष पुत्रियों को षडयंत्र में फांस कर सरकार कौन-सा सशक्तिकरण कर रही है।
वही दूसरी ओर पीरदान सिंह एवं उनकी पत्नी कैलाश कवंर ने कहा कि उनकी पुत्रियों पर झूठे मुकदमें दर्ज करवाए है। जिसमें सिविल लाइंस पुलिस थाना में जप्त स्कूटी को पुलिस न्यायालय में पेश नहीं कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि जब तक उनके खिलाफ झूठे मुकदर्म वापस नहीं लिए जाते एवं न्याय नहीं मिल जाता तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।