नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पेश करते हुए रेपो रेट की ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर दी। इस तरह अब रेपो रेट घटकर 6.50 फीसदी हो गया है।
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान करते हुए ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की। वहीं सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया गया। सीआरआर दर चार प्रतिशत पर बरकरार है।
रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की गई। इस कटौती के बाद रेपो रेट 6.75 प्रतिशत से घटकर 6.50 प्रतिशत पर आ गया है। उन्होंने कहा कि आने वाली दिनों में भी नीतिगत नरमी का रुख कायम रहेगा।
एमएसएफ में भी 0.75 की कटौती की गई। लेकिन आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीसदी बढ़ाकर 5.75 फीसदी करने का एलान किया है।
इस कटौती से होम लोन और कार लोन की ईएमआई कम होने की संभावना है। कैश रिजर्व रेट 95 फीसदी से घटाकर 90 फीसदी की गई है। नई ब्याज दरें 16 अप्रैल से लागू की जाएंगी।
इस 0.25 फीसदी की कटौती के बाद रेपो रेट मार्च 2011 के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गई है, लेकिन आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीसदी बढ़ाकर 5.75 फीसदी करने का ऐलान किया है।
हालांकि कैश रिजर्व रेट (सीआरआर) में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वहीं, सीआरआर के चार फीसदी ही रहने की संभावना है।