हैदराबाद। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के पूर्व अध्यक्ष सी रंगराजन ने कहा है कि महंगाई की स्थिति को देखते हुए रिजर्व बैंक अगले साल ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रंगराजन ने गुरूवार को विकास एवं अनुसंधान संस्थान की तरफ से बैकिंग प्रौद्योगिकी पर आयोजित सम्मेलन के उदघाटन में कहा कि महंगाई को लेकर निश्चित ही सुधार नजर आ रहा है और यह ब्याज दरों में कटौती के लिए मददगार हो सकता है।
हालांकि उन्होंने इस उम्मीद के साथ मुद्रा बाजार में जारी उठापटक को लेकर सतर्क रहने की बात भी कहीं है। उन्होंने कहा कि हाल की समीक्षा में यह स्पष्ट संकेत दिया गया थाकि यदि महंगाई उतार पर रहती है तो ब्याज दरों में कटौती के बारे में सोचा जाएगा।
उन्होंने कहा फिलहाल महंगाई को लेकर जो स्थिति है उसे देखकर यह संभावना प्रबल हुई है कि ब्याज दरों में अगले वर्ष किसी भी समय कटौती की जा सकती है। तेल कीमतों में आ रही गिरावट के संबंध में पूछे गए सवाल पर डॉ. रंगराजन ने कहा कि इसका भारत जैसे देश जो अपनी पेट्रोलियम जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में आयात करते हैं इससे खासे लाभान्वित होंगे और उनका चालू खाता घाटा घटेगा।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें इसी प्रकार लुढ़कती रहीं तो कैड चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी का 1.75 प्रतिशत के दायरे में रहने की उम्मीद की जा सकती है। बैकिंग क्षेत्र के कामकाज का उल्लेख करते हुए रिजर्व बैंक के पूर्वगवर्नर ने कहा कि देश में 50 करोड़ से अधिक के बैंक खाते हैं और अनुमान है कि रोजाना एक अरब मामलों में लेन-देन होता है।