उदयपुर। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी शुक्रवार को उदयपुर में परिचर्चा के लिए जमा हुए। शहर की एक निजी होटल में सभी ने आपस में मिलकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और आरसीए का निलम्बन कैसे रद्द हो इस पर सभी ने अपने विचार रखे।
लोकपाल के निर्देशानुसार 25 जुलाई तक आरसीए की ओर से किसी तरह की बैठक आयोजन नहीं करना था इसलिए इसे बैठक का रूप नहीं देते हुए परिचर्चा तक ही सीमित रखा गया। परिचर्चा के दौरान आये बिंदुओं पर आगामी बैठक में कैसे अमल लाया जाए इस पर भी विचार विमर्श किया गया।
परिचर्चा के बाद आरसीए के अध्यक्ष डाॅ. सी.पी. जोशी ने बताया कि आरसीए के चुनाव के बाद बीसीसीआई की ओर से आरसीए निलम्बन को कैसे रद्द करवाया जाए यह चुनौती थी। इसके लिए नवनिर्वाचित जनरल सेक्रेटरी आर.एस. नांदू द्वारा बीसीसीआई को पत्र लिखवाया गया।
बीसीसीआई ने पूर्व में रखी शर्तों को पूरा करने की बात की लेकिन नांदू ने कोई कार्रवाई नहीं की और ललित मोदी के खिलाफ भी कोई एक्शन नहीं लिया। इसके बाद आरसीए ने नांदू के खिलाफ कठोर एक्शन लिया और अब नांदू कोर्ट में चले गये हंै। कोर्ट का जो भी निर्णय होगा वह मान्य होगा लेकिन आरसीए से जुड़े लोगों ने चुनाव से पहले जो वादा किया था उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।