वाशिंगटन। अमरीका के एक पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि पिछली तीन सरकारों द्वारा भारत-अमरीका रिश्तों की रखी गई मजबूत आधारशिला को और आगे बढ़ाने का ट्रंप प्रशासन के पास वास्तविक मौका है।
पूर्ववर्ती बुश प्रशासन के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे स्टीफन हेडली ने संसदीय सुनवाई के दौरान सीनेट की विदेश मामलों की समिति के समक्ष कहा कि मुझे लगता है कि हमने द्विपक्षीय आधार पर इसे पहले ही शुरू कर दिया है।
पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने वास्तव में भारत की तरफ पहला कदम बढ़ाया था। बुश प्रशासन ने असैन्य परमाणु करार के संदर्भ में इसे उंचाई पर पहुंचाया। ओबामा प्रशासन ने इसे अपनाया।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने सीनेटरों से कहा कि हम सभी ने यह किया क्योंकि हमने भारत को उभरते वैश्विक महत्व वाले देश के रूप में देखा और हम चाहते थे कि वह हमारे साथ अमरीकी नेतृत्व वाली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में रहे, न कि कमतर।
हेडली ने कहा कि इसलिए मुझे लगता है कि आधारशिला रखी जा चुकी है और मेरा मानना है कि ट्रंप प्रशासन के पास इस रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए वास्तविक मौका है क्योंकि भारत तेजी से उभर रहा है और यह हमारे हित में है कि वह ऐसा रहे क्योंकि हम अनेक समान मूल्य साझा करते हैं।
इस बीच, पूर्व विदेश मंत्री मेडलिन अल्ब्राइट ने भी हेडली के सुर में सुर मिलाया और कहा कि हम दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र हैं। वे सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं। हममें काफी समानताएं हैं।