व्यापारियों का माल लेकर विदेश भागे, 23 वीवरों से 4.21 करोड़ की धोखाधड़ी
सूरत/ कोलकाता। शहर के 23 वीवरों से 4.21 करोड़ रुपए का माल लेकर विदेश भागे राठी पैलेस के चामडिय़ा बंधुओं के खिलाफ सूरत शहर पुलिस ने सीबीआई की मदद से रेड कार्नर नोटिस जारी करवाया है। पुलिस ने इंटरपोल को फरार विवेक चामडिय़ा व विशाल चामडिय़ा के फोटोग्राफ्स व उनसे जुटी तमाम जानकारी मुहैया कराई है। इंटरपोल ने दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) समेत अन्य देशों में उनकी खोज शुरू कर दी है।
कोलकाता के मूल निवासी व सिटीलाइट स्थित संगिनी अपार्टमेंट में रहने वाले विशाल व विवेक चामडिय़ा ने राठी पैलेस में मैंगो फैशन, आरुषि किएशन, आकाश फैशन समेत कई नामों से फर्में खोलकर कारोबार शुरू किया। शुरू में दलालों के जरिए व्यापारियों से उधार लिए माल का भुगतान कर वीवरों व व्यापारियों को भरोसा भी जीता। उसके बाद बड़े पैमाने पर माल उधार लेकर भुगतान करना बंद कर दिया।
३० सितम्बर को दोनों ने दुकान बंद कर दी और दुबई भाग गए। दो- दिन बाद उनके गायब होने का खुलासा होने पर कई वीवरों और व्यापारियों ने राठी पैलेस पर हल्ला मचाया था। उस दौरान व्यापारियों ने कच्चे व पक्के बिलों के करीब 50 करोड़ रुपए बकाया होने का दावा किया था। बाद में पुलिस खरवरनगर निवासी चंदू पटेल समेत 23 वीवरों ने 8 अक्टूबर को उनके खिलाफ सलाबतपुरा थाने में ४.२१ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था।
उनकी खोज में जुटी पुलिस ने कई दिनों तक कोलकाता की खाक छानी, लेकिन सुराग नहीं मिला। दोनों के विदेश में होने की पुष्टि होने पर पुलिस टीम कोलकाता से लौट आई थी।
दलाल की कार में भागे थे सूरत से
सूरत से भागते समय चामडिय़ा बंधु परवट पाटिया श्रीनिधी अपार्टमेंट निवासी दलाल संतोष शर्मा की कार भी ले गए। संतोष शर्मा ने उन्हें वीवरों से 28 लाख का कपड़ा उधार दिलवाया था तथा उनकी दलाली के ७ लाख रुपए भी बकाया थे। शहर छोडऩे से आठ दिन पूर्व २१ अक्टूबर की शाम को उन्होंने संतोष शर्मा से
उसकी कार (जीजे ५ जेएफ ३११८) ली थी। उन्हें बताया था कि कुछ दिनों के लिए उन्हें कार की जरूरत है। चार-पांच दिन बाद वे लौटा देंगे, लेकिन नहीं लौटाई।
वे उसी कार में ३० सितम्बर को सूरत से मुंबई भागे थे। इस संबंध में संतोष शर्मा की लिखित शिकायत पर पुलिस ने जानकारी जुटाई तो नवसारी टोल नाके से कार के फुटेज मिले। उसके बाद उन्होंने कार मुंबई में किसी को बेच दी या फिर किसी के पास छोड़ दी। इस बारे में पता नहीं चला है। पुलिस ने शिकायत की पड़ताल के बाद शनिवार रात लिम्बायत थाने में मामला दर्ज किया। पुलिस उप निरीक्षक आरजी सिंधु मामले की जांच कर रहे हैं।
अभी तक सुराग नहीं
चामडिय़ा बंधुओं के खिलाफ इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस जारी करवा दिया गया है। अभी तक उनका कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।
– अंतरीप सूद (डीसीपी क्राइम)