एटा। उत्तरप्रदेश के एटा जिले के राजा का रामपुर थाने में एक दलित महिला द्वारा एक रिटायर्ड आईएएस तथा फरूखाबाद के पूर्व सपा अध्यक्ष पर लगाए एक माह तक बंधक बना दुष्कर्म के आरोपों से जिले की राजनीति खासी गर्मा गई है।
वहीं सेवानिवृत आईएएस अवधेश सिंह राठौर तथा फरूखाबाद के सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर सहित 5 लोगों पर करीब एक साल बाद लगे दुष्कर्म के इन आरोपों से राजा का रामपुर थाना भी सवालों के घेरे में है।
पीडि़त महिला के अनुसार पूर्व आईएएस रखे अवधेश सिंह गांव गढिया जगन्नाथ के रहने वाले हैं तथा वहीं उनकी कोठी व गेस्ट हाउस हैं। यहां चैकीदार व गनर का काम करने वाले गांव के वीरभान, अनोखेलाल व श्रीकृष्ण ने पिछले साल इस महिला को कोठी व गेस्टहाउस पर कार्य करने तथा उसके पति को खेतों पर काम करने के लिए रखवाया था।
पीडि़ता के आरोपों के अनुसार बीते साल अगस्त माह में राजकुमार सिंह व अवधेश सिंह कोठी पर रुके थे तभी आरोपी वीरभान, अनोखेलाल व श्रीकृष्ण ने काम के बहाने महिला को उनके कमरे में भेजा तथा बाहर से दरवाजा बंद कर दिया।
यहां पहले अवधेश ने फिर राजकुमार ने उससे दुष्कर्म किया। बाद में वीरभान आदि ने भी दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उसके पति को बंधक बना लिया तथा जान से मारने की धमकी दी। पीडि़त के आरोप क अनुसार उसके साथ एक माह तक आरोपियों ने दुष्कर्म किया।
नवम्बर माह में वह पति व बच्चों के साथ कोठी से भाग निकली तथा पुलिस से फरियाद की किन्तु पुलिस ने पीडि़ता की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद पीडि़ता ने मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय सफाई मजदूर आयोग से मामले की शिकायत की गई जिसके बाद सफाई आयोग के निर्देशों के बाद मामला दर्ज किया गया है।,
राजनीतिक व प्रशासनिक रूप से धमाकेदार इस मामले के करीब साल भर बाद दर्ज होने से राजा का रामपुर पुलिस भी सवालों के घेरे में आ गयी है। वहीं आईएएस व पूर्व सपाअध्यक्ष के समर्थक इस पूरे मामले को दबी जुबान गांव की बदले की राजनीति के कारण दर्ज मामला करार दे रहे हैं। फिलहाल सभी को पुलिस की जांच के परिणामों की प्रतीक्षा है।