बहराइच। साध्वी निरंजन ज्योति ने कश्मीर के अलगाववादी नेता मसरत आलम की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए जम्मू कश्मीर सरकार को चेतावनी दे दी कि जरूरत पड़ने पर पीडीपी-बीजेपी के गठबन्धन को तोड़ा जा सकता है।
बहराइच में भक्ति वेदांत सम्मेलन में शामिल होने से पहले साध्वी निरंजन ज्योति स्वामी परमानंद शिक्षा निकेतन के वार्षिकोत्सव में दो दिन के बहराइच दौरे पर हैं। साध्वी ने कहा कि अलगाववादी नेता की रिहाई के मामले में जम्मू कश्मीर सरकार को चेतावनी दे दी गई है।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश एकजुट है। केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कश्मीर के अलगाववादी नेता मसरत आलम की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।
सख्ती का असर दिखने लगा
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर की मुफ्ती सरकार पर बीजेपी और केंद्र की सख्ती का असर दिखने लगा है। सरकारी इमारतों और गाड़ियेां पर तिरंगे के साथ राज्य का झंडा लगाने का आदेश वापस ले लिया गया है।
जम्मू कश्मीर की मुफ्ती मोहम्मद सईद की सरकार ने सरकारी ऑफिस और वाहनों से तिरंगे के साथ ही साथ राज्य के झंडे को लगाने के फैसले को वापस ले लिया है।
मुफ्ती सरकार ने ये फैसला जम्मू कश्मीर में अपने सहयोगी दल बीजेपी के दबाव में लिया है।
एक दिन पहले ही जम्मू कश्मीर सरकार में कमिश्नर सेक्रेटरी एमए बुखारी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर के संविधान और दिल्ली एग्रीमेंट १९५२ के तहत जम्मू कश्मीर राज्य के झंडे को भी वही दर्जा प्राप्त है जो तिरंगे को प्राप्त है।
इसलिए सरकारी ऑफिसों और वाहनों पर तिरंगे के साथ ही साथ राज्य का झंडा भी लगाया जाए। मुफ्ती सरकार के इस फैसले का बीजेपी ने जहां कड़ा विरोध किया था, वहीं कांग्रेस ने इस मसले पर प्रधानमंत्री से जवाब मांगा था।