मुंबई। रिलायंस इंफ्रास्ट्रकचर के नियंत्रण वाली कंपनी रिलायंस डिफेंस एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड का नाम बदल कर रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड किया जा रहा है। माना जा रहा है कि नाम बदलने का यह फैसला भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के लिए क्षमताओं के निर्माण पर कंपनी के ध्यान के अनुरूप है।
कंपनी 22 अगस्त को होने वाली वार्षिक आम बैठक में नाम बदलने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगेगी। आरडीईएल को पहले पिपावाव डिफेंस एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के नाम से जाना जाता था।
रिलायंस समूह ने 2016 में पिपावाव डिफेन्स में पचास फीसदी से अधिक हिस्सेदारी हासिल कर ली थी और कंपनी का नाम बदल कर रिलायंस डिफेंस एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड कर दिया था, जिसे अब रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड में बदला जा रहा है।
आरडीईएल ने भारतीय नौसेना के लिए लैंडिंग प्लेटफार्म डॉक और एंटी सबमरीन वारफेयर शेल्लो वॉटर क्राफ्ट (एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी) समेत अन्य आर्डर के लिए 30,000 करोड़ रुपए की निविदा प्रस्तुत की है। इस साल सितंबर में बोली लगाई जाने की संभावना है।