मुंबई। हिंदी और तेलुगू में एक साथ बनी फिल्म ‘द गाजी अटैक’ सेंसर में फंस गई है। 1971 में हुई भारत और पाकिस्तान की जंग के दौरान समुद्र के नीचे पाकिस्तानी पनडुब्बी गाजी को भारतीय नौसेना द्वारा डूबोने को लेकर बनी है।
सूत्रों का कहना है कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को लेकर कड़ा रवैया अपनाया है और इस घटना को लेकर एतिहासिक तथ्यों को जांचने की बात कही है। सूत्रों का कहना है कि सेंसर बोर्ड ने चेतावनी दी है कि इतिहास के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाए।
सूत्रों के अनुसार सेंसर बोर्ड चाहता है कि फिल्म के शुरु होने से पहले इसके फिक्शन होने का डिसक्लेमर लगाया जाए, लेकिन फिल्म के निर्माता इसके लिए तैयार नहीं हैं। बिना डिसक्लेमर के सेंसर बोर्ड फिल्म को पास करने को तैयार नहीं है।
पहली बार निर्देशन के मैदान में आए संकल्प रेड्डी की इस दोभाषी फिल्म में राणा दुग्गपति, केके मेनन और अतुल कुलकर्णी मुख्य भूमिकाओं में हैं और हिंदी में इसे करण जौहर की कंपनी रिलीज करने जा रही है।