नई दिल्ली । खुफिया विभाग की आंतरिक रिपोर्ट की मानें तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच कांटे का मुकाबला होने जा रहा है।
सूत्रों की माने तो दिल्ली में इस बार भी किसी दल को पूर्ण बहुमत मिलने में संदेह है। वैसे रिपोर्ट में यह भी माना जा रहा है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे वैसे-वैसे इसमें कुछ परिवर्तन हो सकता है लेकिन उसके बाद भी भाजपा जादुई आंकडे से दूर ही रहेगी।
मोदी के विजय रथ पर सवार होकर दिल्ली में सरकार बनाने की सपना देख रही भाजपा को इस रिपोर्ट गलत बता रही है और खुदके बहुमत का दावा कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में लगभग एक सप्ताह पहले की गई सर्वे में भाजपा और आप के बीच कांटे का टक्कर होगा। दोनों दलों के बीच सीटों के अन्तर बहुत कम होगा।
इसके अनुसार दिल्ली में 21 सीटों पर भाजपा की जीत तय है, वहीं आप को 18 सीट जीत सकती है। वहीं कांग्रेस के दुर्दिन जारी रहेंगे और यह अपना पिछला इतिहास भी नहीं दोहरा पाएगी। इसे सात सीट मिलने की उम्मीद है। दिल्ली में आप के वोट बैंक में किसी प्रकार के बदलाव नहीं होने की बात भी विभाग की रिपोर्ट में सामने आई है।
झुग्गी झोपडियों में आप का वोट उसी प्रकार बना हुआ है जैसा 2013 के विधानसभा चुनाव के समय था, भाजपा के लिए यह चिंता का विषय है और इसके लिए उसने शुक्रवार से प्रयास भी शुरू कर दिए और खुद केबीनेट मंत्री अनुसूचित जातियों के मन भाजपा की पेठ बनाने के लिए जनसभाएं करने में लगे हैं।
दिल्ली में भाजपा को अपेक्षित जनसमर्थन नहीं मिलने के कारण ही नुक्कड नाटक को बंद करना पडा। इसका जिक्र भी सर्वे में किया गया है। पार्टी द्वारा आयोजित नुक्कड नाटक में महज 50 से 60 लोग ही आ रहे थे। लोगों की उदासीनता को देखते हुए भाजपा ने इस बंद कर दिया। नुक्कड नाटक के विफलता के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश नेताओं की फटकार भी लगाई।