अलवर। राजगढ़ उपखंड क्षेत्र के बैरेर गांव में खुले बोरवेल में फंसी 6 साल की मासूम कोमल मीना को निकालने के प्रयास रविवार को छठे दिन भी जारी है।
शनिवार को पांचवें दिन बीत जाने पर भी को भी कोमल को निकाला नहीं जा सका था। बच्ची को बोरवेल से निकालने के लिए तीनस्तरीय व्यवस्था शुरू की गई थी। लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली।
अभी तक बोरवेल के समीप एलएनटी व पोकलैंड मशीन से खुदाई की जा रही है अब तक करीब 50 फुट बोरवेल के बराबर में खुदाई की जा चुकी है।
रेवस्क्यू ऑपरेशन जिस प्रकार चलाया जा रहा है उससे तीन दिन तक बच्ची को नहीं निकाला जा सकता है। इस बात को लेकर ग्रामीण व परिजन संतुष्ट नहीं है। ग्रामीणों ने धीमी गति से काम चलने का आरोप लगाया है।
पांचवे दिन बीत जाने के बाद भी मासूम कोमल को बाहर नहीं निकाला जा सका है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि एक ही एलएनटी मशीन काम कर रही है। जबकि बाकी संसाधन बन्द कर दिए गए हैं।
धीमी गति से कार्य चलने पर ग्रामीण एकत्रित हो गए एवं ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच हरविंद एवं पूर्व विधायक जोहरीलाल मीना से कार्य को धीमा करने के बारे में जानकारी ली।
इस पर पूर्व विधायक ने एडीएम द्वितीय हरभान मीना को बुलाकर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी चाही। इस पर एडीएम हरभान मीना ने ग्रामीणों को अवगत कराया की मेट्रो की पुलिया बनाने के कार्य में आने वाली पायलिंग मशीन जयपुर से मंगवाई जा रही है। जो बोरवेल के समीप चार फिट चौडा बोर करेगी।
यह मशीन देर रात्रि तक बैरेर गांव पहुंच जाएगी। इस मशीन के कार्य शुरू करने के बाद करीब 7.8 घंटे में अपना कार्य कर देगी। इस मशीन के आने की सम्भावना के चलते रैंप को जो कार्य किया जा रहा है उसे धीमा कर दिया गया है।